नई दिल्ली/नोएडा: पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया कि बीते महीने में लूटी गई 14 में से 10 गाड़ियां को पुलिस ने बरामद की फिर न्यायिक प्रक्रिया पूरी कर उनके मालिकों को चाबियाँ सौंपी. जिला गौतमबुद्ध नगर में कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद से अपराधिक घटनाएं कम हो चुकी हैं. ऐसा हम नहीं कह रहे आंकड़े बता रहे हैं. कमिश्नरी सिस्टम को लागू हुए 1 महीने से ऊपर हो चुका है. इस 1 महीने में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में वाहन लूट के 14 मामले दर्ज हुए थे. जिसमें पुलिस ने 10 वाहनों को बरामद कर लिया है और उन सभी वाहनों को उनके मालिकों को चाबी सुपूर्द कर दी है. जिला गौतमबुद्ध नगर में पुलिस प्रणाली की व्यवस्था में ऐसा पहली बार हुआ है, जब लूटी हुई गाड़ियों को बरामद कर उनके वाहन मालिकों को बुलाकर ऑफिशयल तौर पर उनको सौंपा गया हो.
बदमाशों से बरामद किए वाहन
पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्ध नगर के ऑफिस में गाड़ियां लाइन से खड़ी हुई है. इन गाड़ियों को पुलिस ने बदमाशों से बरामद किया है. गौतमबुद्ध नगर जिले में पुलिस कमिश्नर ने बीटा टू, नॉलेज पार्क, ईकोटेक 3, सेक्टर 58, और थाना 24, में हुई लूट का सफल अनावरण कर लूटी हुई गाड़ियों को बरामद कर उनके वाहन स्वामियों को सौंप दिया. इसमें दादरी में लूटी हुई गाड़ी भी बरामद हुई है, लेकिन न्यायालय प्रक्रिया में होने के कारण उसको अभी सौंपा नहीं गया है.
कई जगहों से बरामद हुए वाहन
पुलिस ने नॉलेज पार्क कोतवाली थाना क्षेत्र से लूटा हुआ ऑटो, एक ट्रक, सेक्टर 58 कोतवाली से लूटी गई i20 कार, सेक्टर 24 कोतवाली से i20 कार, बीटा टू कोतवाली से एक स्कॉर्पियो और एक स्विफ्ट गाड़ी बरामद की गई. वहीं बिसरख कोतवाली से एक वैगनआर कार भी बरामद हुई है.
चेहरे पर दिखी अलग ही मुस्कान
पुलिस कमिश्नर ने सभी गाड़ियों के वाहन मालिको को उनकी चाबियां सौंपी है. इस दौरान अपनी गाड़ियों को पाकर लोगों के चेहरे पर अलग ही मुस्कान दिखी. उन्होंने पुलिस की इस कार्यशैली को सराहा है. पुलिस कमिश्नर ने कहा की आगे भी इस तरह के की लूट के खुलासे होते रहेंगे.
मीडिया से हुई बात
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि उन्होंने अब तक इस जिले में 14 वाहन लूटे गए है. जिनमे से 10 वाहन बरामद किए हैं. जिसमें चार अभी न्यायिक प्रक्रिया में चल रहे हैं और मामले का जल्द खुलासा किया जाएगा.