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मेट्रो में करते हैं सफर तो जरुर पढ़ें ये खबर, कहीं आपको भी कोई चूना न लगा दे

मेट्रो में हो रही वारदातों को ध्यान में रखते हुए मेट्रो पुलिस ने स्पेशल स्टाफ को छानबीन पर लगाया. वहीं सीसीटीवी की फुटेज की मदद से शातिर गैंग का हुआ पर्दाफाश.

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Published : Sep 30, 2019, 7:42 AM IST

मेट्रो पुलिस दो लोगों को किया गिरफ्तार etv bharat

नई दिल्ली: मेट्रो यात्रियों को रुमाल में लिपटा हुआ नोटों का बंडल दिखाकर उनसे ठगी करने वाले एक गैंग का मेट्रो पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के दो युवकों को गिरफ्तार किया है.

रुमाल में नोटों का बंडल दिखाकर देता था वारदात को अंजाम

आरोपी की पहचान पुलिस ने लालबाबू और बिट्टू के रूप में की है. आरोपियों ने बीते एक सप्ताह में मेट्रो के अंदर ठगी की ऐसी दो वारदातों को अंजाम दिया था.

डीसीपी विक्रम पोरवाल के अनुसार उत्तम नगर निवासी साहिल पलवल से वायलेट लाइन मेट्रो में सवार होकर आ रहा था. उसने मंडी हाउस में वायलेट लाइन छोड़कर ब्लू लाइन मेट्रो पकड़ी, जिससे उसे उत्तम नगर स्थित अपने घर जाना था. रास्ते में दो युवकों ने उसे रुमाल में लिपटा हुआ बंडल दिखाकर उसके औजार और मोबाइल चोरी करके ले गए.

इसी तरह की एक घटना झंडेवालान मेट्रो स्टेशन पर भी कुछ दिन पहले घटी थी. वहां दो युवकों ने रुमाल में लिपटा हुआ नोटों का बंडल दिखाकर अकरम नामक युवक को ठग लिया. वह उसका बैग लेकर चले गए. जिसमें मोबाइल और कुछ दस्तावेज रखे हुए थे.

सीसीटीवी से मिला अहम सुराग

इन वारदातों को ध्यान में रखते हुए मेट्रो पुलिस ने स्पेशल स्टाफ को छानबीन में लगाया. इंस्पेक्टर राममेहर सिंह की देखरेख में एएसआई लखविंदर सिंह ने जब सीसीटीवी की फुटेज खंगाली तो पता चला कि दोनों वारदातों में एक ही गैंग का हाथ है. इनकी तलाश उन्होंने शुरू की और मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन से उन्हें रविवार को गिरफ्तार कर लिया.

ऐसे ठगी को देते थे अंजाम

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह मेट्रो स्टेशन, बस अड्डे और रेलवे स्टेशन के पास लोगों से इस तरह ठगी करते हैं. उनमें से एक युवक शिकार चिन्हित कर उसे रुमाल में लिपटे हुए नोटों का बंडल दिखाता है जिसमें केवल ऊपर 500 का नोट होता है. उसके नीचे सभी कोरे कागज होते हैं. वह शिकार को यह बंडल देने की बात कहकर उसे अपनी बातों में फंसाता है. उसी समय उसका दूसरा साथी भी अंजान बनकर वहां आता है. इसके बाद वह शिकार को झांसा देकर उसका बैग लेकर फरार हो जाते हैं.

दो साल से कर रहे थे ठगी

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह बीते दो साल से ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. वह पहले शिकार चिन्हित करते हैं और फिर वारदात करते हैं. इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने फिलहाल दो वारदातों को सुलझाने का दावा किया है. इनके द्वारा की गई अन्य वारदातों को लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.

नई दिल्ली: मेट्रो यात्रियों को रुमाल में लिपटा हुआ नोटों का बंडल दिखाकर उनसे ठगी करने वाले एक गैंग का मेट्रो पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के दो युवकों को गिरफ्तार किया है.

रुमाल में नोटों का बंडल दिखाकर देता था वारदात को अंजाम

आरोपी की पहचान पुलिस ने लालबाबू और बिट्टू के रूप में की है. आरोपियों ने बीते एक सप्ताह में मेट्रो के अंदर ठगी की ऐसी दो वारदातों को अंजाम दिया था.

डीसीपी विक्रम पोरवाल के अनुसार उत्तम नगर निवासी साहिल पलवल से वायलेट लाइन मेट्रो में सवार होकर आ रहा था. उसने मंडी हाउस में वायलेट लाइन छोड़कर ब्लू लाइन मेट्रो पकड़ी, जिससे उसे उत्तम नगर स्थित अपने घर जाना था. रास्ते में दो युवकों ने उसे रुमाल में लिपटा हुआ बंडल दिखाकर उसके औजार और मोबाइल चोरी करके ले गए.

इसी तरह की एक घटना झंडेवालान मेट्रो स्टेशन पर भी कुछ दिन पहले घटी थी. वहां दो युवकों ने रुमाल में लिपटा हुआ नोटों का बंडल दिखाकर अकरम नामक युवक को ठग लिया. वह उसका बैग लेकर चले गए. जिसमें मोबाइल और कुछ दस्तावेज रखे हुए थे.

सीसीटीवी से मिला अहम सुराग

इन वारदातों को ध्यान में रखते हुए मेट्रो पुलिस ने स्पेशल स्टाफ को छानबीन में लगाया. इंस्पेक्टर राममेहर सिंह की देखरेख में एएसआई लखविंदर सिंह ने जब सीसीटीवी की फुटेज खंगाली तो पता चला कि दोनों वारदातों में एक ही गैंग का हाथ है. इनकी तलाश उन्होंने शुरू की और मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन से उन्हें रविवार को गिरफ्तार कर लिया.

ऐसे ठगी को देते थे अंजाम

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह मेट्रो स्टेशन, बस अड्डे और रेलवे स्टेशन के पास लोगों से इस तरह ठगी करते हैं. उनमें से एक युवक शिकार चिन्हित कर उसे रुमाल में लिपटे हुए नोटों का बंडल दिखाता है जिसमें केवल ऊपर 500 का नोट होता है. उसके नीचे सभी कोरे कागज होते हैं. वह शिकार को यह बंडल देने की बात कहकर उसे अपनी बातों में फंसाता है. उसी समय उसका दूसरा साथी भी अंजान बनकर वहां आता है. इसके बाद वह शिकार को झांसा देकर उसका बैग लेकर फरार हो जाते हैं.

दो साल से कर रहे थे ठगी

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह बीते दो साल से ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. वह पहले शिकार चिन्हित करते हैं और फिर वारदात करते हैं. इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने फिलहाल दो वारदातों को सुलझाने का दावा किया है. इनके द्वारा की गई अन्य वारदातों को लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.

Intro:नई दिल्ली
मेट्रो यात्रियों को रुमाल में लिपटा हुआ नोटों का बंडल दिखाकर उनसे ठगी करने वाले एक गैंग का मेट्रो पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के दो युवकों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान लालबाबू और बिट्टू के रूप में की गई है. आरोपियों ने बीते एक सप्ताह में मेट्रो के अंदर ठगी की ऐसी दो वारदातों को अंजाम दिया था.



Body:डीसीपी विक्रम पोरवाल के अनुसार उत्तम नगर निवासी साहिल पलवल से वायलेट लाइन मेट्रो में सवार होकर आ रहा था. उसने मंडी हाउस में वायलेट लाइन छोड़कर ब्लू लाइन मेट्रो पकड़ी जिससे उसे उत्तम नगर स्थित अपने घर जाना था. रास्ते में दो युवकों ने उसे रुमाल में लिपटा हुआ नोटों का बंडल दिखाकर उसे ठग लिया. वह रुमाल में लिपटा हुआ बंडल दिखाकर उसके औजार और मोबाइल चोरी करके ले गए. इसी तरह की एक घटना झंडेवाला मेट्रो स्टेशन पर भी कुछ दिन पहले घटी. वहां दो युवकों ने रुमाल में लिपटा हुआ नोटों का बंडल दिखाकर अकरम नामक युवक को ठग लिया. वह उसका बैग लेकर चले गए जिसमें मोबाइल और कुछ दस्तावेज रखे हुए थे.



सीसीटीवी से मिला अहम सुराग
इन वारदातों को ध्यान में रखते हुए स्पेशल स्टाफ को छानबीन में लगाया गया. इंस्पेक्टर राममेहर सिंह की देखरेख में एएसआई लखविंदर सिंह ने जब सीसीटीवी की फुटेज खंगाली तो पता चला कि दोनों वारदातों में एक ही गैंग का हाथ है. इनकी तलाश उन्होंने शुरू की और मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन से उन्हें रविवार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान लालबाबू और बिट्टू के रूप में की गई है. इनके पास से एक बैग, एक लैपटॉप, तीन मोबाइल, मशीन के औजार और रुमाल में लिपटे हुए कोरे कागज की गड्डी बरामद हुई है.


ऐसे ठगी को देते थे अंजाम
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह मेट्रो स्टेशन, बस अड्डे और रेलवे स्टेशन के पास लोगों से इस तरह ठगी करते हैं. उनमें से एक युवक शिकार चिन्हित कर उसे रुमाल में लिपटे हुए नोटों का बंडल दिखाता है जिसमें केवल ऊपर 500 का नोट होता है. उसके नीचे सभी कोरे कागज होते हैं. वह शिकार को यह बंडल देने की बात कहकर उसे अपनी बातों में फंसाता है. उसी समय उसका दूसरा साथी भी अंजान बनकर वहां आता है. इसके बाद वह शिकार को झांसा देकर उसका बैग लेकर फरार हो जाते हैं.





Conclusion:दो साल से कर रहे थे ठगी
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह बीते दो साल से ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहे है. वह पहले शिकार चिन्हित करते हैं और फिर वारदात करते हैं. इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने फिलहाल दो वारदातों को सुलझाने का दावा किया है. इनके द्वारा की गई अन्य वारदातों को लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.
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