नई दिल्ली: अपराध को रोकना और अपराधियों को उनके गंतव्य स्थान यानी जेल में पहुंचाना और साथ ही साथ उनके खिलाफ केस को अच्छे तरीके से कोर्ट में पेश करना पुलिस का काम है. लेकिन इस महामारी के दौर में बहुत सारे अपराधी जेल से कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप की वजह से बाहर आ गए.
परंतु जेल से निकलने के बाद उन्होंने अपना गोरखधंधा बंद नहीं किया और लगातार ना सिर्फ क्राइम में लिप्त रहे. बल्कि ये नये लड़को को भी अपने गैंग मे शामिल करके और ज्यादा अपराधों को अंजाम दे रहे हैं. क्योंकि कहीं ना कहीं इस महामारी ने बेरोजगारी को भी जन्म दिया है.
सीमापुरी से ऑपरेट होता था गैंग
ऐसे ही वाहन चोरों का एक गैंग जो सीमापुरी से ऑपरेट करता है. जिसके दो अपराधी को पुलिस ने पकड़ा है. जो मधु विहार एरिया से गाड़ी चोरी करके सीमापुरी में ले जाते थे और वहां एक खाली प्लाट पर इन गाड़ियों को खोल कर इनके पार्ट्स को अलग-अलग करके कबाड़ियो को बेच देते थे. ताकी किसी भी प्रकार का किसी को कोई शक ना हो और ना ही कोई रिकवरी हो सकें.
पकड़े गए आरोपियों का मैन साथी अभी फरार है, जो गाड़ियों के पार्ट्स कबाड़ियों को बेचा करता था. जिसकी पुलिस तलाश में जुटी है. इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने पांच मोटरसाइकल बरामद की है. इसके आलावा एक देसी कट्टा व जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.
पकड़े जाने पर चलाते थे गोली
पुलिस ने बताया कि जब अपराधियों से कट्टा अपने साथ रखने की वजह पूछी तो अपराधियों ने बताया कि वह कई बार वारदात को अंजाम देते समय पकड़े जाने पर फायर कर फरार हो जाते थे. इन खतरनाक अपराधियों की गिरफ्तारी से वाहन चोरी पर लगाम जरुर लगेगी.
पुलिस ने लगातार स्नैचिंग की वारदातों में लिप्त एक अपराधी को भी गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा, तो वह कोरोना महामारी का हवाला देकर छूट गया. जिसके पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा, एक जिंदा कारतूस और दो मोबाइल फोन व एक चोरी की मोटरसाइकल भी बरामद की थी.