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संसद भवन के पास उड़ा ड्रोन कैमरा, सुरक्षा एजेंसियों की उड़ी नींद - वीवीआइपी इलाके

शनिवार शाम के समय पराक्रम वैन राष्ट्रपति भवन के पास मौजूद थी. उसी दौरान सुरक्षा में तैनात एक पुलिसकर्मी ने कुछ संदिग्ध वस्तु राष्ट्रपति भवन के पास उड़ते हुए देखी. वह तुरंत भाग कर वहां पर पहुंचा और देखा कि कोई ड्रोन उड़ा रहा है.

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Published : Sep 16, 2019, 8:56 AM IST

Updated : Sep 16, 2019, 9:50 AM IST

नई दिल्ली : देश के सबसे वीवीआइपी इलाके में मौजूद संसद भवन एवं राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला सामने आया है. शनिवार की शाम के समय अमेरिकी पिता-पुत्र ने इस वीवीआइपी जोन के ऊपर कैमरा लगा हुआ ड्रोन उड़ाया. इसका पता लगते ही पुलिस में पिता-पुत्र को हिरासत में ले लिया है.

कैमरा लगा ड्रोन संसद भवन के पास उड़ाया गया

इनके कैमरे में पुलिस को वीवीआइपी इलाके की फुटेज मिली है. उनसे खुफिया विभाग सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां इस प्रकरण को लेकर पूछताछ कर रही हैं.

पुलिस के अनुसार शनिवार शाम के समय पराक्रम वैन राष्ट्रपति भवन के पास मौजूद थी. उसी दौरान सुरक्षा में तैनात एक पुलिसकर्मी ने कुछ संदिग्ध वस्तु राष्ट्रपति भवन के पास उड़ते हुए देखी. वह तुरंत भाग कर वहां पर पहुंचा और देखा कि कोई ड्रोन उड़ा रहा है. उसने इसे उड़ाने वाले शख्स की तलाश की और जल्द ही वहां मौजूद पीटर जेम्स और उसके बेटे लीडबेटर को पकड़ लिया. इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति भवन के पास उड़ रहे इस ड्रोन को नीचे उतारा. वहां से दोनों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया और उन्हें पूछताछ के लिए नजदीकी थाने ले जाया गया.

स्पेशल सेल सहित खुफिया विभाग कर रही पूछताछ

पुलिस ने जब ड्रोन में लगे कैमरे की फुटेज देखी तो उसमें केंद्रीय सचिवालय और राष्ट्रपति भवन के पास की फुटेज थी. मामला संवेदनशील होने के चलते स्पेशल सेल और खुफिया विभाग के अधिकारी भी पूछताछ के लिए पहुंचे. इसके बाद उनसे संयुक्त रूप से पूछताछ शुरू की गई. पूछताछ में पता चला कि वह शनिवार को ही भारत आए थे और सरदार पटेल मार्ग स्थित एक होटल में ठहरे हुए थे. उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंधित है.

टूरिस्ट वीजा पर आये हैं भारत

पिता-पुत्र ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह टूरिस्ट वीजा पर भारत आए हैं और अमेरिकी कंपनी के लिए इस जगह का वीडियो बना रहे थे. पीटर के पास एक महीने का जबकि उसके बेटे के पास एक साल का वीजा है. उन्हें पकड़े जाने की जानकारी अमेरिका दूतावास को दे दी गई है और फिलहाल दोनों से पूछताछ चल रही है.

इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर है प्रतिबंध

पुलिस के अनुसार यह वीवीआइपी इलाका होने के साथ ही अति संवेदनशील जोन में आता है और इसकी वजह से यहां पर ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है. हाल ही में सुरक्षा को लेकर की गई बैठक में पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने सभी जिला के डीसीपी को खुफिया विभाग के इनपुट से आगाह करवाया था. खुफिया विभाग की तरफ से हवाई हमले का खतरा बताया गया है और इस वजह से इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है. इसलिए खास तौर पर इस वीवीआइपी जोन में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं.

नई दिल्ली : देश के सबसे वीवीआइपी इलाके में मौजूद संसद भवन एवं राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला सामने आया है. शनिवार की शाम के समय अमेरिकी पिता-पुत्र ने इस वीवीआइपी जोन के ऊपर कैमरा लगा हुआ ड्रोन उड़ाया. इसका पता लगते ही पुलिस में पिता-पुत्र को हिरासत में ले लिया है.

कैमरा लगा ड्रोन संसद भवन के पास उड़ाया गया

इनके कैमरे में पुलिस को वीवीआइपी इलाके की फुटेज मिली है. उनसे खुफिया विभाग सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां इस प्रकरण को लेकर पूछताछ कर रही हैं.

पुलिस के अनुसार शनिवार शाम के समय पराक्रम वैन राष्ट्रपति भवन के पास मौजूद थी. उसी दौरान सुरक्षा में तैनात एक पुलिसकर्मी ने कुछ संदिग्ध वस्तु राष्ट्रपति भवन के पास उड़ते हुए देखी. वह तुरंत भाग कर वहां पर पहुंचा और देखा कि कोई ड्रोन उड़ा रहा है. उसने इसे उड़ाने वाले शख्स की तलाश की और जल्द ही वहां मौजूद पीटर जेम्स और उसके बेटे लीडबेटर को पकड़ लिया. इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति भवन के पास उड़ रहे इस ड्रोन को नीचे उतारा. वहां से दोनों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया और उन्हें पूछताछ के लिए नजदीकी थाने ले जाया गया.

स्पेशल सेल सहित खुफिया विभाग कर रही पूछताछ

पुलिस ने जब ड्रोन में लगे कैमरे की फुटेज देखी तो उसमें केंद्रीय सचिवालय और राष्ट्रपति भवन के पास की फुटेज थी. मामला संवेदनशील होने के चलते स्पेशल सेल और खुफिया विभाग के अधिकारी भी पूछताछ के लिए पहुंचे. इसके बाद उनसे संयुक्त रूप से पूछताछ शुरू की गई. पूछताछ में पता चला कि वह शनिवार को ही भारत आए थे और सरदार पटेल मार्ग स्थित एक होटल में ठहरे हुए थे. उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंधित है.

टूरिस्ट वीजा पर आये हैं भारत

पिता-पुत्र ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह टूरिस्ट वीजा पर भारत आए हैं और अमेरिकी कंपनी के लिए इस जगह का वीडियो बना रहे थे. पीटर के पास एक महीने का जबकि उसके बेटे के पास एक साल का वीजा है. उन्हें पकड़े जाने की जानकारी अमेरिका दूतावास को दे दी गई है और फिलहाल दोनों से पूछताछ चल रही है.

इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर है प्रतिबंध

पुलिस के अनुसार यह वीवीआइपी इलाका होने के साथ ही अति संवेदनशील जोन में आता है और इसकी वजह से यहां पर ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है. हाल ही में सुरक्षा को लेकर की गई बैठक में पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने सभी जिला के डीसीपी को खुफिया विभाग के इनपुट से आगाह करवाया था. खुफिया विभाग की तरफ से हवाई हमले का खतरा बताया गया है और इस वजह से इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है. इसलिए खास तौर पर इस वीवीआइपी जोन में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं.

Intro:नई दिल्ली
देश के सबसे वीवीआइपी इलाके में मौजूद संसद भवन एवं राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला सामने आया है. शाम के समय अमेरिकी पिता-पुत्र ने इस वीवीआइपी जोन के ऊपर कैमरा लगा हुआ ड्रोन उड़ाया. इसका पता लगते ही पुलिस में पिता-पुत्र को हिरासत में ले लिया है. इनके कैमरे में वीवीआइपी इलाके की फुटेज मिली है. उनसे खुफिया विभाग सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां इस प्रकरण को लेकर पूछताछ कर रही हैं.


Body:पुलिस के अनुसार शनिवार शाम के समय पराक्रम वैन राष्ट्रपति भवन के पास मौजूद थी. उसी दौरान सुरक्षा में तैनात एक पुलिसकर्मी ने कुछ संदिग्ध वस्तु राष्ट्रपति भवन के पास उड़ते हुए देखी. वह तुरंत भाग कर वहां पर पहुंचा और देखा कि कोई ड्रोन उड़ा रहा है. उसने इसे उड़ाने वाले शख्स की तलाश की और जल्द ही वहां मौजूद पीटर जेम्स और उसके बेटे जी. लीडबेटर को पकड़ लिया. इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति भवन के पास उड़ रहे इस ड्रोन को नीचे उतारा. वहां से दोनों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया और उन्हें पूछताछ के लिए नजदीकी थाने ले जाया गया.



स्पेशल सेल सहित खुफिया विभाग कर रही पूछताछ
पुलिस ने जब ड्रोन में लगे कैमरे की फुटेज देखी तो उसमें केंद्रीय सचिवालय केवल राष्ट्रपति भवन के पास की फुटेज थी. मामला संवेदनशील होने के चलते स्पेशल सेल और खुफिया विभाग के अधिकारी भी पूछताछ के लिए पहुंचे. इसके बाद उनसे संयुक्त रूप से पूछताछ शुरू की गई. पूछताछ में पता चला कि वह शनिवार को ही भारत आए थे और सरदार पटेल मार्ग स्थित एक होटल में ठहरे हुए थे. उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंधित है.


टूरिस्ट वीजा पर आये हैं भारत
पिता-पुत्र ने पूछताछ में बताया कि वह टूरिस्ट वीजा पर भारत आए हैं और अमेरिकी कंपनी के लिए इस जगह का वीडियो बना रहे थे. पीटर के पास एक महीने का जबकि उसके बेटे के पास एक साल का वीजा है. उन्हें पकड़े जाने की जानकारी अमेरिका दूतावास को दे दी गई है और फिलहाल दोनों से पूछताछ चल रही है.




Conclusion:इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर है प्रतिबंध
पुलिस के अनुसार यह वीवीआइपी इलाका होने के साथ ही अति संवेदनशील जोन में आता है और इसकी वजह से यहां पर ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है. हाल ही में सुरक्षा को लेकर की गई बैठक में पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने सभी जिला के डीसीपी को खुफिया विभाग के इनपुट से आगाह करवाया था. खुफिया विभाग की तरफ से हवाई हमले का खतरा बताया गया है और इस वजह से इस क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध है. इसलिए खास तौर पर इस वीवीआइपी जोन में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं.
Last Updated : Sep 16, 2019, 9:50 AM IST
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