नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने दिल्ली के पंचशील पार्क में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अंदर आने वाली एक प्रॉपर्टी का सौदा कर करोड़ों की ठगी करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है. जिसकी पहचान वरुण कृष्ण विज के रूप में हुई है. आरोपी वरुण ने किसी अजय चौधरी से प्रॉपर्टी बेचने के नाम पर 8 करोड़ से अधिक ठग लिए.
एएसआई का फर्जी लैटर दिखाया
इकोनॉमिक ऑफेंस विंग के जॉइंट सीपी डॉ. ओपी मिश्रा के अनुसार पीड़ित अजय ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि उनको पंचशील पार्क में वर्ष 2011 एक प्रॉपर्टी खरीदनी थी. जिस दौरान उनकी मुलाकात वरुण कृष्ण से हुई. वरुण ने ई-4, पंचशील में अपनी एक प्रॉपर्टी बेचने की इच्छा जताई. लेकिन पीड़ित को बाद में पता चला कि प्रॉपर्टी एएसआई के संरक्षित के एरिया के अंदर आती है. यहां पर कोई निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता है. इस पर आरोपी वरुण ने अजय को एएसआई की ओर से जारी किया गया एक लैटर दिखाया, जिसमें प्रॉपर्टी संरक्षित एरिया से बाहर बताई गई और उस पर निर्माण की इजाजत भी दी गई.
शक होने पर की प्रॉपर्टी की पड़ताल
बातचीत के बाद साल 2012 में उस प्रॉपर्टी का सौदा 21.21 करोड़ में तय हुआ. जिसमें दो बार में 7.21 और 1.10 करोड़ रुपये की पेमेंट भी कर दी गई. शुरुआती पेमेंट के बाद आरोपी ने प्रॉपर्टी के कागजात ट्रांसफर करने मे आनाकानी करने लगा. शक होने पर अजय ने जब प्रॉपर्टी की पड़ताल की तो पता चला कि प्रॉपर्टी एएसआई के संरक्षित क्षेत्र में ही आती है.
वहां कोई निर्माण नहीं किया जा सकता है. जांच के दौरान वरुण द्वारा दिया गया एएसआई का लैटर भी फर्जी मिला. जिसके बाद अजय ने तुरंत इसकी शिकायत इकोनॉमिक ऑफेंस विंग में की. वहीं शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच के बाद आरोपी वरुण को गिरफ्तार कर लिया. और पुलिस उससे एक दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.