बेरूत : सीरियाई सेना और उसके रूसी सहयोगियों द्वारा उत्तर-पश्चिमी सीरिया के प्रांत इदलिब में किए गए हवाई हमलों में कम से कम 19 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए. इदलिब को राष्ट्रपति बशर अल-असद के सशस्त्र विरोध का आखिरी गढ़ माना जाता है.
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, मारत-अल-नौमान में एक मशहूर बाजार पर सीरियाई सेना द्वारा किए गए हवाई हमलों में कम से कम 13 नागरिक मारे गए.
समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, इदलिब के दक्षिणी हिस्से के इलाके पर नियंत्रण के मकसद से सीरियाई सेना द्वारा मध्य नवंबर से लेकर अब तक कई बार मारत-अल-नौमान को निशाना बनाया गया है.
ब्रिटेन स्थित एनजीओ के अनुसार, इदलिब की केंद्रीय जेल पर एक रूसी हमले में तीन लोग मारे गए, जिसमें एक महिला और उसके दो बच्चे शामिल हैं, जो वहां का दौरा कर रहे थे.
जेल का संचालन 'ऑर्गनाइजेशन फॉर द लिबरेशन ऑफ द लेवंट' द्वारा किया जाता है. रूसी हमले में 17 लोग घायल हो गए जबकि अज्ञात संख्या में कैदी भागने में सफल रहे.
सूत्र के मुताबिक, सराकिब शहर पर हमले में एक नागरिक की मौत हो गई. एक अन्य नागरिक कनायास में मारा गया और एक महिला की मारत अल-नौमान के पास मौत हो गई.
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इस बीच सीरियाई नागरिक सुरक्षा ने, जिसे ह्वाइट हेलमेट्स के रूप में जाना जाता है, पुष्टि की कि सीरियाई सेना और रूसी युद्धक विमानों ने दो बाजारों पर हमला किया - एक सराकिब में है और दूसरा मारत अल नौमान में है. हालांकि मॉस्को और दमिश्क में किसी ने भी इन रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है.
सरकार समर्थक बल अप्रैल में शुरू किए गए अभियान के चलते प्रांत के कुछ क्षेत्रों पर नियंत्रण हासिल करने में कामयाब रहे. अभियान को अगस्त में रोक दिया गया, जब युद्धविराम लागू किया गया था.
चूंकि सेना ने नवंबर के मध्य में सैन्य अभियान फिर से शुरू किया, इसलिए उसने मॉस्को की मदद से लगभग रोजाना बमबारी शुरू करते हुए कई क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है.
ऑर्गनाइजेशन फॉर द लिबरेशन ऑफ द लेवंट को, जो इदलिब के अधिकतर हिस्से को नियंत्रित करता है, एक 'आतंकवादी' संगठन माना जाता है और यह सीरियाई और रूसी दोनों सरकारों का मुख्य निशाना है।