बगदाद: इराक में सरकार के खिलाफ जारी प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में मरने वालों की तादाद 34 पहुंच गई है जबकि 1500 से अधिक लोग घायल हो गए हैं. घायल होने वालों में 400 से अधिक इराकी सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं. फिलहाल राजधानी बगदाद में कर्फ्यू लगा दिया है. गौरतलब है कि कई शहरों में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में बुधवार की रात 11 लोगों की जान चली गई थी.
बता दें, ये आंदोलन लगभग पूरे दक्षिण में फैल चुका है. आज ही गोली लगने से चार लोगों की मौत हुई है. घटना के संबंध में क्षेत्रीय स्वास्थ्य प्रमुख अब्दुलहुसैन अल जाबेरी ने बताया कि गुरुवार को ही जी कार प्रांत में गोली लगने से एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि यहां सबसे हिंसक प्रदर्शन हुआ है. घटना की आगे की जानकारी देते हुए अब्दुलहुसैन ने बताया कि गत तीन दिनों में प्रदर्शन के दौरान एक पुलिस अधिकारी सहित 18 लोगों की मौत हुई है.
आपको बता दें, इस विरोध को काबू करने के लिए सुरक्षा बल आंसू गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं इराकी प्रधानमंत्री अदेल अब्दुल महदी ने कर्फ्यू की घोषणा कर दी है.
पढ़ें: इराक: अमेरिका ने आईएस के ठिकानों पर 36 हजार किलो का बम गिराए
दरअसल, सरकार विरोधी प्रदर्शनों के लिए एकत्रित हुए लोगों पर सुरक्षाबलों ने गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े. भारी पुलिस उपस्थिति के बीच बगदाद स्थित एक चौक में लगभग एक हजार प्रदर्शनकारियों ने मार्च किया था.
इस दौरान 600 प्रदर्शनकारियों सहित कई सुरक्षा बल भी घायल हो गए हैं. दरअसल, जब भीड़ ग्रीन जोन की ओर बढ़ी तब सुरक्षाबलों ने आंसू गैस छोड़ी. इस दौरान नसीरिया, दिवानियाह, और बसरा शहरों में भी विरोध प्रदर्शन किया गया.