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जानिए, स्वेज नहर में कंटेनर फंसने से क्यों मचा है बवाल

लाल सागर और भूमध्य सागर को जोड़ने वाला स्वेज नहर दुनिया के सबसे व्यस्ततम जल मार्गों में से एक है. यह एशिया और मध्यपूर्व तथा यूरोप के बीच जल मार्ग से होने वाले कारोबार का सबसे अहम लिंक है. लेकिन ताइवान की एक कंटेनर के मार्ग में फंसने की वजह से आवाजाही प्रभावित हो गई है. स्वेज नहर 120 मील लंबा और 205 मीटर चौड़ा है. आइए जानते हैं विस्तार से आखिर इस मार्ग को इतना अधिक महत्व क्यों दिया जाता है.

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स्वेज नहर में फंसा कंटेनर
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Published : Mar 28, 2021, 3:27 PM IST

हैदराबाद : स्वेज नहर में एक कंटेनर के फंसने की वजह से समुद्री जहाजों की आवाजाही प्रभावित हुई है. इस मार्ग से होने वाले 12 फीसदी वैश्विक कारोबार प्रभावित हो गया है. स्वेज नहर मिस्र स्थित एक मानव निर्मित नहर है. यह लाल सागर और भूमध्य सागर को जोड़ता है. वैश्विक व्यापार में इसका महत्व काफी अहम है. एशिया और मध्यपूर्व तथा यूरोप के बीच जल मार्ग से होने वाले कारोबार के लिए यह लाइफ लाइन है.

1869 से इस मार्ग से कारोबार हो रहा है. 2015 में 22 मील समानांतर चैनल को शामिल करने के लिए नहर का विस्तार किया गया था. यह 120 मील लंबा और 205 मीटर चौड़ा है. इसकी गहराई 24 मीटर है.

स्वेज नहर का मार्ग दुनिया के सबसे व्यवस्ततम जल मार्गों में से एक है. वैश्विक स्तर पर जहाजों के जरिए जितने माल की आवाजाही होती है, इसका एक तिहाई इस रास्ते से होता है. वैश्विक व्यापार का करीब 12 फीसदी कारोबार इस रास्ते से होता है.

किन वस्तुओं का व्यापार होता है - तेल, उपभोक्ता उत्पाद, कपड़े, फर्नीचर, कार के पुर्जे, विनिर्माण घटक.

जर्मनी की बीमा कंपनी एलियांज का आकलन है कि कंटेनर के फंसने की वजह से 6 बिलियन डॉलर से लेकर 10 बिलियन डॉलर तक प्रति सप्ताह कारोबार प्रभावित हो सकता है.

कितना ट्रैफिक प्रभावित - स्वेज नहर में और उसके आसपास प्रतीक्षा करने वाले जहाजों में 80 फीसदी की वृद्धि हुई. लॉयड की सूची ट्रैकिंग डेटा के अनुसार नहर के दोनों छोर पर 160 से अधिक जहाज इंतजार कर रहे हैं. 41 बल्क कैरियर और 24 क्रूड टैंकर शामिल हैं.

स्वेज नहर प्राधिकरण के अनुसार 2020 में 19,000 जहाज नहर से गुजरे. प्रतिदिन औसतन 51.5 जहाज.

कितने जहाज फंसे - 150 से अधिक जहाज पर ऐसी वस्तुएं हैं, जिनकी डिलीवरी शीघ्र होनी हैं.

कंटेनर - ताइवान की कंपनी एवरग्रीन मरीन द्वारा संचालित द एवर गिवेन. फुटबॉल के चार पिचों के बराबर की लंबाई है. इसकी क्षमता दो लाख टन है. 20 हजार कंटेनर को ले जाने की क्षमता है.

मालवाहक जहाजों के उपयोग में वृद्धि - हाल के वर्षों में कार्गो जहाजों को अधिक कंटेनरों पर ले जाने के लिए विकसित हुआ है, क्योंकि ईंधन की कीमतें बढ़ गई हैं. बड़ी नौकाएं प्रति कंटेनर कम ईंधन जलाती हैं. 2000 के बाद से स्वेज नहर से गुजरने वाले जहाजों का भार बढ़ता गया है.

आशंका है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में चार फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है.

इसके पहले कब हुआ था अवरुद्ध - 2017 में जापानी कंटेनर ने नहर को अवरुद्ध कर दिया था. कुछ मशीनी खराबी आ गई थी. मिस्र के अधिकारियों ने जल्द ही इसे ठीक करवा दिया था.

स्वेज नहर का वैकल्पिक मार्ग केप ऑफ गुड होप है. लेकिन इसके लिए अफ्रीका के दक्षिणी इलाके से होकर 3500 मील की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी. इसमें 12 दिनों का अतिरिक्त समय लगेगा.

हैदराबाद : स्वेज नहर में एक कंटेनर के फंसने की वजह से समुद्री जहाजों की आवाजाही प्रभावित हुई है. इस मार्ग से होने वाले 12 फीसदी वैश्विक कारोबार प्रभावित हो गया है. स्वेज नहर मिस्र स्थित एक मानव निर्मित नहर है. यह लाल सागर और भूमध्य सागर को जोड़ता है. वैश्विक व्यापार में इसका महत्व काफी अहम है. एशिया और मध्यपूर्व तथा यूरोप के बीच जल मार्ग से होने वाले कारोबार के लिए यह लाइफ लाइन है.

1869 से इस मार्ग से कारोबार हो रहा है. 2015 में 22 मील समानांतर चैनल को शामिल करने के लिए नहर का विस्तार किया गया था. यह 120 मील लंबा और 205 मीटर चौड़ा है. इसकी गहराई 24 मीटर है.

स्वेज नहर का मार्ग दुनिया के सबसे व्यवस्ततम जल मार्गों में से एक है. वैश्विक स्तर पर जहाजों के जरिए जितने माल की आवाजाही होती है, इसका एक तिहाई इस रास्ते से होता है. वैश्विक व्यापार का करीब 12 फीसदी कारोबार इस रास्ते से होता है.

किन वस्तुओं का व्यापार होता है - तेल, उपभोक्ता उत्पाद, कपड़े, फर्नीचर, कार के पुर्जे, विनिर्माण घटक.

जर्मनी की बीमा कंपनी एलियांज का आकलन है कि कंटेनर के फंसने की वजह से 6 बिलियन डॉलर से लेकर 10 बिलियन डॉलर तक प्रति सप्ताह कारोबार प्रभावित हो सकता है.

कितना ट्रैफिक प्रभावित - स्वेज नहर में और उसके आसपास प्रतीक्षा करने वाले जहाजों में 80 फीसदी की वृद्धि हुई. लॉयड की सूची ट्रैकिंग डेटा के अनुसार नहर के दोनों छोर पर 160 से अधिक जहाज इंतजार कर रहे हैं. 41 बल्क कैरियर और 24 क्रूड टैंकर शामिल हैं.

स्वेज नहर प्राधिकरण के अनुसार 2020 में 19,000 जहाज नहर से गुजरे. प्रतिदिन औसतन 51.5 जहाज.

कितने जहाज फंसे - 150 से अधिक जहाज पर ऐसी वस्तुएं हैं, जिनकी डिलीवरी शीघ्र होनी हैं.

कंटेनर - ताइवान की कंपनी एवरग्रीन मरीन द्वारा संचालित द एवर गिवेन. फुटबॉल के चार पिचों के बराबर की लंबाई है. इसकी क्षमता दो लाख टन है. 20 हजार कंटेनर को ले जाने की क्षमता है.

मालवाहक जहाजों के उपयोग में वृद्धि - हाल के वर्षों में कार्गो जहाजों को अधिक कंटेनरों पर ले जाने के लिए विकसित हुआ है, क्योंकि ईंधन की कीमतें बढ़ गई हैं. बड़ी नौकाएं प्रति कंटेनर कम ईंधन जलाती हैं. 2000 के बाद से स्वेज नहर से गुजरने वाले जहाजों का भार बढ़ता गया है.

आशंका है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में चार फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है.

इसके पहले कब हुआ था अवरुद्ध - 2017 में जापानी कंटेनर ने नहर को अवरुद्ध कर दिया था. कुछ मशीनी खराबी आ गई थी. मिस्र के अधिकारियों ने जल्द ही इसे ठीक करवा दिया था.

स्वेज नहर का वैकल्पिक मार्ग केप ऑफ गुड होप है. लेकिन इसके लिए अफ्रीका के दक्षिणी इलाके से होकर 3500 मील की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी. इसमें 12 दिनों का अतिरिक्त समय लगेगा.

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