यरुशलम : पूर्वोत्तर भारत में बीनेई मेनाशे समुदाय से 160 यहूदी सोमवार को इजराइल पहुंचे, जबकि 38 सदस्यों के कोविड-19 संक्रमित पाए जाने के कारण 115 अन्य भारत में रह गए. यहां प्रशासन ने यह जानकारी दी.
भारत से कुल 275 यहूदियों को सोमवार को इजराइल की यात्रा पर जाना था. गैर सरकारी संगठन शावी इजराइल (Shavei Israel) गुम हो रही इस प्रजाति के यहूदियों, जो इजराइल आने को उत्सुक हैं, को वापस लाने की मुहिम चला रहा है और उसने इजराइल में रह रहे बीनेई मेनाशे समुदाय के अधिकतर सदस्यों के अलियाह (आव्रजन) से समन्वय किया.
पूर्वोत्तर राज्यों- मणिपुर और मिजोरम के बीनेई मेनाशे समुदाय के एक सदस्य ने कहा, 'जो 38 लोग संक्रमित पाए गए, उनके परिवार के सदस्य भी उनके साथ ही रह गए और जब वे संक्रमणमुक्त हो जाएंगे और पृथक-वास पूरा होने के बाद सभी आएंगे.'
सभी को सिखाई जाएगी हिब्रू भाषा
उसने कहा, 'आव्रजकों के नए जत्थे को प्रारंभ में एक समावेशन केंद्र में रखा जाएगा, जहां उन्हें हिब्रू भाषा सिखाई जाएगी और अन्य संबंधित बातें सिखाई जाएंगी और फिर वे इजराइल के पूर्वी हिस्से में बसेंगे.'
मीडिया रिपोर्ट में इससे पहले कहा गया था कि इजराइली स्वास्थ्य मंत्रालय कोविड-19 की उच्च संक्रमण दर के चलते पूरे समूह के प्रवेश को रोकने पर विचार कर रहा था लेकिन आव्रजन एवं समावेश मंत्रालय एवं यहूदी एजेंसी के दबाव में उन लोगों को विमान में सवार होने की इजाजत दी, जो संक्रमणमुक्त पाए गए.
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आव्रजन एवं समावेशन मंत्रालय के अनुसार, इस समुदाय के आव्रजकों के इस नवीनतम जत्थे के बाद उनकी संख्या बढ़कर 2500 से अधिक हो जाएगी.