वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी मंगलवार को इजराइल के पीड़ितों पर चर्चा कर के रो पड़े. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान अपने आँसू रोकने की कोशिश की क्योंकि उन्होंने उन इजराइली पीड़ितों के बारे में बात की जो या तो मर गए या अभी हमास के घातक हमले से पीड़ित हैं. किर्बी ने संवाददाताओं से इन तस्वीरों को देखना बहुत मुश्किल है. इससे पहले किर्बी ने कहा कि अमेरिका का हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध में शामिल होने का कोई इरादा नहीं है. किर्बी ने कहा, 'अमेरिकी जूते को जमीन पर रखने का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा, 'मानव की कीमत है. ये इंसान हैं. वे परिवार के सदस्य हैं, वे दोस्त हैं, वे प्रियजन हैं.
वहीं, इजराइल पर हमास द्वारा किए गए हमलों में लगभग 800 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद इजराइल के प्रति समर्थन दिखाने के लिए व्हाइट हाउस को सोमवार रात को नीली और सफेद रोशनी से रोशन किया गया हम इजराइल के साथ खड़े हैं. मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के लिए व्हाइट हाउस के समन्वयक, ब्रेट मैकगर्क ने रोशनी की एक तस्वीर के साथ पोस्ट किया. इसके अलावा, अमेरिका और दुनिया के अन्य शहरों में उल्लेखनीय स्थलों को रोशन किया गया है. एकजुटता दिखाने के लिए इजरायल के रंग में इनमें पेरिस में एफिल टॉवर, न्यूयॉर्क शहर में एम्पायर स्टेट बिल्डिंग और यूक्रेन की राजधानी कीव में लगाई गई एक विशाल स्क्रीन शामिल है.
इस बीच अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और इटली ने एक संयुक्त बयान जारी कर हमास द्वारा आतंकवाद के भयावह कृत्यों की निंदा की. साथ ही इजराइल को इस युद्ध में अपना समर्थन दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा 11 अमेरिकी मारे गए हैं. अमेरिका ने समर्थन दिखाने के लिए अपने सबसे बड़े विमानवाहक पोत और अन्य युद्धपोतों को इजराइल के करीब ले गया. बंधकों की वापसी के प्रयासों पर अपने प्रमुख सहयोगी के साथ काम कर रहा है.
इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने सोमवार को कहा कि गाजा में उसके आपातकालीन आश्रय 90 प्रतिशत क्षमता पर हैं. इन आश्रयों में 137,000 से अधिक लोग इजरायली हमलों से बच रहे हैं. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 3,700 घायल हुए थे. कहा गया कि गाजा में हमास ने करीब 30 लोगों को बंधक बना रखा है. गाजा से इजरायल पर लगभग 4,500 रॉकेट दागे गए हैं जिसके बाद इजरायली रक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और गाजा में हमास के 1290 ठिकानों को निशाना बनाया.