अलेक्जेंड्रिया (वर्जीनिया) : एक किशोरी और उसके माता-पिता ने उत्तरी वर्जीनिया स्कूल प्रणाली के खिलाफ 30 मिलियन डॉलर का मुकदमा दायर किया है. माता-पिता की ओर से दर्ज शिकायत में कहा गया है कि उनके मामले की ठीक से जांच नहीं हुई है. इसके साथ स्कूल प्रशासन से संबंधित विभाग ने किशोरी के यौन उत्पीड़न मामले को दबाने की कोशिश की. इस मामले को जिसे 'स्कूल बाथरूम में यौन उत्पीड़न 2021 मामले के रूप में भी जाना जाता है.
आरोप है कि एक छात्र ने स्कर्ट पहन कर छात्राओं के बाथरूम में प्रवेश किया. उसने खुद के ट्रांसजेंडर बताया. इस मामले ने वर्जीनिया में ट्रांसजेंडर के अधिकारों और उन्हें मिलने वाली छूट पर फिर से एक राष्ट्रीय बहस खड़ी कर दी. हालांकि, पीड़ित परिवार ने मुकदमे के लिए जो दस्तावेज जमा किये हैं उनके अनुसार, इस मामले में यौन उत्पड़िन करने वाले के लिंग के पहचान की कोई भूमिका नहीं है.
परिवार का आरोप है कि जब अपराध हुआ तो तब लाउडाउन काउंटी पब्लिक स्कूल ट्रांसजेंडर छात्रों के लिए एक नई बाथरूम नीति पर विचार कर रहे थे, इसलिए जो कुछ हुआ उसे छिपाने के लिए अधीक्षक ने जनता से झूठ बोला. अलेक्जेंड्रिया में अमेरिकी जिला न्यायालय में बुधवार को दायर की गई शिकायत के अनुसार, पीड़िता ने शेष स्कूल वर्ष के दौरान शैक्षणिक, भावनात्मक और शारीरिक रूप से संघर्ष किया और वह अभी भी काफी संघर्ष कर रही है.
धनी वाशिंगटन उपनगरों में स्कूल प्रणाली के प्रवक्ता डैन एडम्स ने कहा कि वह लंबित कानूनी मामलों पर टिप्पणी नहीं कर सकते. एसोसिएटेड प्रेस ने इस मामले में पीड़ित या आरोपी की पहचान जाहिर नहीं की है. एपी के अनुसार स्कूल बोर्ड के अनुरोध की गई एक कानूनी फर्म की जांच में इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि अपराधी की पहचान एक महिला के रूप में की जाये. और साथ ही यह भी स्पष्ट नहीं है कि लड़कियों के बाथरूम तक पहुंच पाने के प्रयास में स्कर्ट पहनने के पीछे उसका क्या उद्देश्य था.
वहीं, लाउडाउन काउंटी ग्रैंड जूरी की ओर से की गई जांच के अनुसार, हमलावर और पीड़िता मई में हमला होने से पहले स्टोन ब्रिज हाई स्कूल के बाथरूम में मिलने के लिए सहमत हुए थे. ग्रैंड जूरी की रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में ब्रॉड रन हाई स्कूल की एक खाली कक्षा में एक अन्य महिला छात्रा के यौन उत्पीड़न का प्रयास हुआ. ग्रैंड जूरी और लॉ फर्म दोनों की रिपोर्टों में स्कूल प्रशासन विभाग की इन मामलों से ठीक से नहीं निपटने की आलोचना की गई थी.
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उदाहरण के लिए, दिसंबर 2021 की लॉ फर्म की रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा प्रतीत होता है कि स्कूल प्रशासन विभाग ने मामले की जांच करने के लिए पीड़िता या उसके परिवार से संपर्क नहीं किया. वहीं, लाउडाउन काउंटी ग्रैंड जूरी ने स्कूल प्रणाली के अधीक्षक पर जो कुछ हुआ उसे छिपाने के लिए जनता से झूठ बोलने का आरोप लगाया था. जूरी ने अधिकारियों पर कई चेतावनी संकेतों की अनदेखी करने का आरोप लगाया था जिससे वारदात को रोका जा सकता था.