तेहरान/ वाशिंगटनः अमेरिका और ईरान के संबंधो में लगातार तनाव बढ़ रहा है.अमेरिका ने कुछ दिन पहले एक ईरानी सुपरटैंकर ग्रेस 1 को जब्त कर लिया था. अमेरिका ने ईरानी टैंकर पर आंतकी संगठन का मदद करने का आरोप लगाते हुए चालक दल पर वीजा संबंधी प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है.
विदेश विभाग की प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा कि ग्रेस 1 टैंकर पिछले महीने तेल ले कर ईरान से सीरिया जा रहा था और इस तरह वह ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की सहायता कर रहा था, इसे अमेरिका एक आतंकवादी संगठन मानता है. इस टैंकर को पिछले माह जिब्राल्टर तट के पास पकड़ा गया था.
ऑर्टागस ने कहा, ईरान से तेल का परिवहन करके आईआरजीसी (रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) की सहायता करने वाले जहाजों के चालक दल के सदस्य आतंकवाद-संबंधी अस्वीकार्य काम करने के आधार पर वीजा के लिए या अमेरिका में प्रवेश के लिए अयोग्य हो सकते हैं.
उन्होंने कहा नौवहन समुदाय को पता होना चाहिए कि अमेरिकी सरकार ऐसे चालक दल के सदस्यों का वीजा रद्द कर सकती है.
जिब्राल्टर पुलिस और ब्रिटिश विशेष बलों ने 4 जुलाई को ग्रेस 1 नामक टैंकर को जब्त कर लिया, जो 21 लाख बैरल ईरानी तेल लेकर सीरिया जा रहा था. इस घटना के बाद राजनयिक संकट पैटा हो गया है.
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अपना टैंकर जब्त किए जाने की इस घटना के जवाब में ईरान ने दो हफ्ते बाद होर्मुज की जलसंधि पर एक ब्रिटिश टैंकर स्टेना इंपेरो को जब्त कर लिया, जिससे तनाव और बढ़ गया.