इस्लामाबाद: अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद ने पाकिस्तान में मानवाधिकार और लोकतंत्र के लगातार उल्लंघन की घटनाओं को लेकर काफी चिंता जाहिर की है और सरकार से कहा है कि देश में अभिव्यक्ति की आजादी और कानून का शासन सुनिश्चित करे. सदन की विदेश मामलों की समिति के मेंबर ब्रैड शर्मन ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान में हिंसा की बढ़ती घटनाओं को लेकर चिंता जाहिर की.
एक वीडियो बयान में शर्मन ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार को मानवाधिकारों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के उसके दायित्व के बारे में याद दिलाया है. शर्मन का यह वीडियो बयान अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के एक नेता द्वारा साझा किया गया.
कैलिफोर्निया के 32वें संसदीय जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद शर्मन ने कहा कि हम मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ आवाज उठाने से कभी पीछे नहीं हटेंगें और आवाज उठाते रहेंगे.
डॉन अखबार ने बताया कि इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया कि उन्होंने इमरान खान के साथ फोन पर बात की है और राज्य के 40वें संसदीय जिले में यंग किम के खिलाफ खड़े एक पाकिस्तानी समाजसेवी और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार आसिफ महमूद से मुलाकात भी की है.
वीडियो संदेश में महमूद के साथ नजर आ रहे शर्मन ने कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच का रिश्ता 1940 के दशक से है और इन सालों में दोनों देशों ने कई वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर एक साथ काम भी किया है. उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका को पूरे मुल्क में और खास तौर से पाकिस्तान में लोकतंत्र और मानवाधिकारों का समर्थन करना चाहिए.
पीटीआई- भाषा
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