तेल अवीव : सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने अपनी सत्तारूढ़ पार्टी के हालिया भाषण में इजराइल को 'आतंकवादी राज्य' करार दिया. एर्दोगन ने कहा कि इजरायल एक शहर और उसके लोगों को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए काम कर रहा है. मैं बहुत स्पष्ट रूप से कहता हूं कि इजरायल एक आतंकवादी राज्य है.
तुर्की के राष्ट्रपति ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की भी कसम खाई कि इजरायल के राजनीतिक और सैन्य नेताओं को गाजा में उनके कार्यों के लिए अंतरराष्ट्रीय अदालतों में मुकदमे का सामना करना पड़े. सीएनएन के अनुसार, उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएंगे कि गाजा के उत्पीड़ित लोगों की बेरहमी से हत्या करने वाले इजरायल के राजनीतिक और सैन्य नेताओं को अंतरराष्ट्रीय अदालतों में मुकदमे का सामना करना पड़े.
एर्दोगन की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पलटवार किया. उन्होंने एर्दोगन पर 'हमास के आतंकवादी राज्य' का समर्थन करने का आरोप लगाया. नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि ये ऐसी ताकतें हैं जो आतंकवादियों का समर्थन करती हैं. उनमें से एक तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन हैं, जो इजराइल को एक आतंकवादी राज्य कहते हैं, लेकिन हमास के आतंकवादी राज्य का समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि वह खुद तुर्की के अंदर ही तुर्की के गांवों पर बमबारी करते हैं. इसलिए, हमें उनसे सीखने की कोई जरूरत नहीं है.
हालांकि, एर्दोगन सिर्फ इजरायल को आतंकवादी राज्य कहने पर ही नहीं रुके. उन्होंने नेतन्याहू पर गाजा को परमाणु बम से धमकाने का आरोप लगाया. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मैं नेतन्याहू से कह रहा हूं, आपके पास परमाणु बम हैं और आप उनसे धमकी दे रहे हैं. हम यह जानते हैं. आपका अंत निकट है. आप जितने चाहें उतने परमाणु बम रख सकते हैं. आपके पास चाहे जो भी हो. आपका अंत निकट है.
सीएनएन के अनुसार, एर्दोगन ने पिछले महीने इजराइल की एक नियोजित यात्रा रद्द कर दी थी. जिसमें कहा गया था कि तुर्की को इजरायल राज्य के साथ कोई समस्या नहीं है; हालांकि, अंकारा कभी भी तेल अवीव पर अत्याचार करने को मंजूरी नहीं देगा. उन्होंने अपना रुख भी दोहराया कि पश्चिमी देश हमास को एक आतंकवादी संगठन मानते हैं, उन्होंने जोर देकर कहा कि हमास एक आतंकवादी संगठन नहीं है बल्कि एक मुक्ति समूह है जो अपनी भूमि और नागरिकों की रक्षा के लिए संघर्ष करता है.