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चीन के एकतरफा फैसले को ताइवान स्वीकार नहीं करेगा: उप विदेश मंत्री - शी जिनपिंग

ताइवान के पुनर्मिलन के लिए चीन की कोशिश हर गुजरते दिन के साथ बढ़ती जा रही है. स्व-शासित द्वीप के उप विदेश मंत्री, टीएन चुंग-क्वांग ने सोमवार को कहा कि ताइवान चीन द्वारा निर्धारित किसी भी एकतरफा निर्णय को स्वीकार नहीं करेगा.

चीन के एकतरफा फैसले को ताइवान स्वीकार नहीं करेगा: उप विदेश मंत्री
चीन के एकतरफा फैसले को ताइवान स्वीकार नहीं करेगा: उप विदेश मंत्री
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Published : Oct 18, 2022, 9:25 AM IST

Updated : Oct 18, 2022, 9:41 AM IST

ताइपे (ताइवान) : ताइवान के पुनर्मिलन के लिए चीन की कोशिश हर गुजरते दिन के साथ बढ़ती जा रही है. स्व-शासित द्वीप के उप विदेश मंत्री, टीएन चुंग-क्वांग ने सोमवार को कहा कि ताइवान चीन द्वारा निर्धारित किसी भी एकतरफा निर्णय को स्वीकार नहीं करेगा. ताइवान न्यूज के अनुसार ताइवान की संप्रभुता को दोहराते हुए मंत्री ने कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता दोनों पक्षों की जिम्मेदारी है और इसका हर समय ख्याल रखा जाना चाहिए.

चीन की सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) स्व-शासित द्वीप को अपने क्षेत्र के हिस्से के रूप में देखती है, हालांकि इसे कभी भी नियंत्रित नहीं किया गया है. लंबे समय से चीनी सरकार ने द्वीप के पुनर्एकीकरण की प्रतिबद्धता जताई है. ताइवान के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों के समर्थन का वर्णन करते हुए, ताइवान न्यूज ने उल्लेख किया कि ताइवान के लिए यूरोपीय संघ का समर्थन हाल के वर्षों में तेजी से स्पष्ट हो गया है.

पढ़ें: चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का अधिवेशन : शी का तीसरी बार राष्ट्रपति बनना तय

अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद, स्व-शासित द्वीप पर चीन की बयानबाजी एक अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ गई है, जो ताइवान जलडमरूमध्य में चीन द्वारा सैन्य अभ्यास में वृद्धि से दिखाई देती है. चीनी नेता शी जिनपिंग ने हाल ही में कहा कि बीजिंग ताइवान को फिर से जोड़ने के लिए बल के प्रयोग को नहीं छोड़ेगा. द्वीप राष्ट्र ने यह कहकर जवाब दिया कि वह संप्रभुता, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के मूल्यों से कभी समझौता नहीं करेगा. सीएनएन ने ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता चांग तुन-हान के हवाले से कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा टीम स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है और आगे की घटनाओं पर ध्यान देना जारी रखेगी.

पढ़ें: चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का अधिवेशन : हांगकांग पर नियंत्रण, ताइवान के लिए 'रणनीति'

प्रवक्ता ने कहा कि यह ताइवान की जनता की आम सहमति है कि क्षेत्रीय संप्रभुता, लोकतंत्र और स्वतंत्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है. सैन्य टकराव ताइवान और चीन दोनों पक्षों के लिए विकल्प नहीं होना चाहिए. शी जिनपिंग के बयान ऐसे समय में आए हैं जब 20वीं राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस हो रही है. जिसमें उनको लगातार तीसरा कार्यकाल मिलना लगभग तय है. ताइवान और चीन के बीच तनाव दशकों में अपने उच्चतम स्तर पर है, क्योंकि चीन ताइवान पर सीधा कब्जा जताने की कोशिश कर रहा है.

(एएनआई)

ताइपे (ताइवान) : ताइवान के पुनर्मिलन के लिए चीन की कोशिश हर गुजरते दिन के साथ बढ़ती जा रही है. स्व-शासित द्वीप के उप विदेश मंत्री, टीएन चुंग-क्वांग ने सोमवार को कहा कि ताइवान चीन द्वारा निर्धारित किसी भी एकतरफा निर्णय को स्वीकार नहीं करेगा. ताइवान न्यूज के अनुसार ताइवान की संप्रभुता को दोहराते हुए मंत्री ने कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता दोनों पक्षों की जिम्मेदारी है और इसका हर समय ख्याल रखा जाना चाहिए.

चीन की सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) स्व-शासित द्वीप को अपने क्षेत्र के हिस्से के रूप में देखती है, हालांकि इसे कभी भी नियंत्रित नहीं किया गया है. लंबे समय से चीनी सरकार ने द्वीप के पुनर्एकीकरण की प्रतिबद्धता जताई है. ताइवान के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों के समर्थन का वर्णन करते हुए, ताइवान न्यूज ने उल्लेख किया कि ताइवान के लिए यूरोपीय संघ का समर्थन हाल के वर्षों में तेजी से स्पष्ट हो गया है.

पढ़ें: चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का अधिवेशन : शी का तीसरी बार राष्ट्रपति बनना तय

अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद, स्व-शासित द्वीप पर चीन की बयानबाजी एक अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ गई है, जो ताइवान जलडमरूमध्य में चीन द्वारा सैन्य अभ्यास में वृद्धि से दिखाई देती है. चीनी नेता शी जिनपिंग ने हाल ही में कहा कि बीजिंग ताइवान को फिर से जोड़ने के लिए बल के प्रयोग को नहीं छोड़ेगा. द्वीप राष्ट्र ने यह कहकर जवाब दिया कि वह संप्रभुता, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के मूल्यों से कभी समझौता नहीं करेगा. सीएनएन ने ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता चांग तुन-हान के हवाले से कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा टीम स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है और आगे की घटनाओं पर ध्यान देना जारी रखेगी.

पढ़ें: चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का अधिवेशन : हांगकांग पर नियंत्रण, ताइवान के लिए 'रणनीति'

प्रवक्ता ने कहा कि यह ताइवान की जनता की आम सहमति है कि क्षेत्रीय संप्रभुता, लोकतंत्र और स्वतंत्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है. सैन्य टकराव ताइवान और चीन दोनों पक्षों के लिए विकल्प नहीं होना चाहिए. शी जिनपिंग के बयान ऐसे समय में आए हैं जब 20वीं राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस हो रही है. जिसमें उनको लगातार तीसरा कार्यकाल मिलना लगभग तय है. ताइवान और चीन के बीच तनाव दशकों में अपने उच्चतम स्तर पर है, क्योंकि चीन ताइवान पर सीधा कब्जा जताने की कोशिश कर रहा है.

(एएनआई)

Last Updated : Oct 18, 2022, 9:41 AM IST
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