बाकमत (यूक्रेन) : यूक्रेन की तरफ से लड़ रहे दो ब्रिटिश नागरिकों एवं मोरक्को के एक नागरिक को गुरुवार को रूस समर्थित विद्रोहियों ने मौत की सजा सुनाई. इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी तुलना 17वीं सदी के रूसी सम्राट पीटर द ग्रेट से की और क्षेत्र को 'वापस लेने' तथा 'अपना बचाव' करने की देश की जरूरत के बारे में अपनी बात रखी.
स्वघोषित दोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक की अदालत ने तीन लोगों को सरकार को पदच्युत करने के लिए हिंसक कार्रवाई करने के आरोप में मौत की सजा सुनाई. उन्हें सैन्य गतिविधि और आतंकवाद का भी दोषी ठहराया. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने बताया कि तीनों आरोपी एडेन असलिन, शॉन पिनर और सौदुन ब्राहिम को गोली मारकर मौत की सजा दी जाएगी और फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए उनके पास एक महीने का समय है.
अलगावादियों ने दावा किया कि 'वे भाड़े पर लड़' रहे तीन लड़ाके हैं जो युद्धबंदी समझौते के तहत सुरक्षा की अर्हता नहीं रखते हैं. वहीं एडेन असलिन और शॉन पिनर के परिवारों ने कहा कि दोनों वर्ष 2018 से ही यूक्रेन में रह रहे हैं और यूक्रेन की सेना में 'लंबे समय से सेवारत' कर्मी हैं. तीनों यूक्रेन की ओर से लड़ रहे थे. पिनर और असलिन ने अप्रैल के मध्य में दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल में रूस समर्थक बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया था जबकि ब्राहिम ने मध्य मार्च में पूर्वी शहर वोलनोवखा में आत्मसमर्पण किया था.
इससे पहले रूस की सेना ने कहा था कि यूक्रेन के लिए किराए पर लड़ रहे विदेशी, सैनिक नहीं हैं और पकड़े जाने पर उन्हें लंबी सजा की उम्मीद करनी चाहिए. वहीं रूस समर्थक बलों द्वारा गिरफ्तार एक और ब्रिटिश नागरिक एंड्रयू हिल सुनवाई का इंतजार कर रहा है.
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(पीटीआई-भाषा)