लाहौर : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में अपने तीन कार्यकाल के बाद सेना द्वारा अपदस्थ किए गए पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ ने मंगलवार को सेना पर अपना जुबानी हमला तेज करते हुए देश की सभी समस्याओं के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि यह उनके लिए "अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारने" जैसा है. उन्होंने कहा, "आज पाकिस्तान जहां (अपनी अर्थव्यवस्था की स्थिति में) है...यह भारत, अमेरिका या यहां तक कि अफगानिस्तान द्वारा नहीं किया गया है. वास्तव में, हमने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है...उन्होंने (सेना ने) एक चयनित (शासन) थोपा है."
रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने 2018 के चुनावों में धांधली करके इस देश पर हमला किया, जिससे लोगों को परेशानी हुई और अर्थव्यवस्था में गिरावट आई. शरीफ, जिन्होंने पिछले हफ्ते टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम एक संबोधन में वरिष्ठ न्यायाधीशों को उन्हें सत्ता से हटाने के लिए मजबूर करने के लिए 2014-17 के सैन्य प्रतिष्ठान को दोषी ठहराया था, उन्होंने इस स्थिति के लिए उच्च न्यायपालिका पर भी हमला किया. उन्होंने कहा, "जब वे संविधान तोड़ते हैं तो न्यायाधीश उन्हें (सैन्य तानाशाहों को) माला पहनाते हैं और उनके शासन को वैध बनाते हैं. जब प्रधानमंत्री की बात आती है तो न्यायाधीश उन्हें पद से हटाने पर मुहर लगाते हैं."
चार साल की लंबी अवधि के आत्म-निर्वासन के बाद अक्टूबर में देश लौटे शरीफ ने 2017 में उन्हें सत्ता से बाहर करने में उनकी भूमिका के लिए पूर्व आईएसआई प्रमुख जनरल फैज हामिद पर भी जुबानी हमला किया. कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सुप्रीमो और पूर्व पीएम इमरान खान के बारे में उन्होंने कहा, "उन्होंने (सेना ने) यह फैसला किया, क्योंकि वे अपनी पसंद के आदमी को सत्ता में लाना चाहते थे."