इस्लामाबाद : राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को तोशखाना और राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) 190 मिलियन पाउंड घोटाले के मामले में तलब किया है. एनएबी ने तोशाखाना मामले की जांच के सिलसिले में खान को तलब किया है. एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष को उनके कार्यकाल में उन्हें मिले सभी उपहारों का रिकॉर्ड लाने के लिए कहा गया है. एनएबी के नोटिस के मुताबिक, इमरान खान को तोशाखाना से 108 तोहफे मिले हैं.
वहीं एनसीए स्कैंडल मामले में एनएबी ने बुशरा बीबी को समन भेजा है. एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें अल-कादिर ट्रस्ट समझौता पत्र लाने के लिए कहा गया है. इमरान खान और बुशरा बीबी ने भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी संस्था को अपनी उपस्थिति के लिए लिखित आश्वासन दिया है. इससे पहले, पीटीआई अध्यक्ष और बुशरा बीबी एनएबी के सामने पेश नहीं हुए थे.
एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, एनएबी ने अल कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट में कथित तौर पर सैकड़ों एकड़ जमीन हासिल करने के मामले में इमरान खान, बुशरा बीबी और अन्य के खिलाफ जांच शुरू की थी, जिसके परिणामस्वरूप कथित तौर पर राष्ट्रीय खजाने को 190 मिलियन पाउंड का नुकसान हुआ था. रिपोर्ट में कहा गया है कि इमरान खान और अन्य पर ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) ने इमरान खान पर 190 मिलियन पाउंड को कथित तौर पर समायोजित करने का आरोप लगाया गया है.
2019 में, पीटीआई अध्यक्ष ने अल-कादिर विश्वविद्यालय परियोजना के लिए ट्रस्ट पंजीकृत किया था. इस बीच, इमरान खान ने रविवार को आरोप लगाया कि प्रशासन ने उन्हें जेल में डालने की 'योजना बनाई' है. उनकी गिरफ्तारी से जुड़ा पूरा घटनाक्रम 'पूर्व नियोजित' था. अपने आभासी संबोधन में, खान ने अपने खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के सभी मामलों में किसी भी तरह के गलत काम से इनकार किया.
9 मई को, इमरान खान को अल-कादिर ट्रस्ट के संबंध में भ्रष्टाचार के आरोप में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने इस्लामाबाद में उच्च न्यायालय के अंदर से गिरफ्तार किया गया था. इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी ने प्रदर्शन का आह्वान किया था. जो कई जगहों पर हिंसक हो गया था.
(एएनआई)