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PIA Need National Fund : कर्ज में डूबा पाक इंटरनेशनल एयरलाइंस, एक दिन का भी नहीं बचा बजट - एयरलाइन समाचार

पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) की हालत दिन-ब-दिन खस्ता होती जा रही है. बकाया भुगतान का करने के कारण उसे चौतरफा मुकदमों और नोटिस का सामना करना पड़ रहा है. पढ़ें किन मुश्किलों में घिरा है पीआईए और ऐसे में क्या है पीआईए का भविष्य...

PIA Need National Fund
पीआई के विमान प्रतिकात्मक तस्वीर
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Published : Jul 23, 2023, 1:27 PM IST

इस्लामाबाद : पाकिस्तान की प्रमुख एयरलाइन, पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) की माली हालत बेहद खराब हो गई है. खबरों के मुताबिक, उसे एक दिन के संचालन के लिए भी राष्ट्रीय कोष से धन की आवश्यकता है. द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, पीआईए का कुल संचित घाटा 600 बिलियन पाकिस्तानी रुपये से अधिक हो गया है. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान सरकार पीआईए के लिए एक समयबद्ध पुनर्गठन की योजना तैयार कर रही है.

पीआईए का निजीकरण ही एक मात्र विकल्प : द न्यूज इंटरनेशनल ने एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से कहा कि पीआईए की वित्तीय स्थिति इतनी खराब है कि वह सऊदी अरब को 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के नेविगेशन शुल्क का भुगतान नहीं कर सकती है. जिसकी वजह से एक समय पर सऊदी अरब ने पीआईए को 30 जून, 2023 के बाद अपना संचालन जारी रखने से रोक दिया था. अधिकारी ने आश्चर्य जताया कि घाटे में चल रही पीआईए कब तक काम करती रहेगी.

बढ़ेगी बोइंग-777 विमान की संख्या : उन्होंने कहा कि सबसे पहली और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि घाटे को रोका जाये. उन्होंने कहा कि तय समय सीमा के अंदर एक पुनर्गठन योजना बनाने की जरूरत है. इसके साथ ही सरकार को पीआईए के निजीकरण के बारे में भी सोचना होगा. द न्यूज इंटरनेशनल ने शनिवार को शीर्ष आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि अब पीआईए एक विमान को पट्टे पर लेकर बोइंग-777 को अपने बेड़े में शामिल करने की योजना लेकर आई है, जिसके बाद विमानों की संख्या 11 हो जाएगी. हालांकि, पीआईए की समग्र वित्तीय स्थिति इतनी खराब है कि उसके पास समयबद्ध पुनर्गठन योजना बनाने और फिर पीआईए को तीन से चार कंपनियों में विभाजित करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है.

जून में पाक पीएम ने बनाई थी समिति : इसी साल जून के महीने में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के पुनर्गठन और पुनर्जीवित करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था. वित्त मंत्री इशाक डार की अध्यक्षता वाली समिति को संघीय मंत्रिमंडल के समक्ष अपने प्रस्ताव और सिफारिशें पेश करनी है.

2023 के शुरुआती तीन महीनों में 38 अरब रुपये का नुकसान : इससे पहले की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि बीमार पीआईए को इस साल के पहले तीन महीनों में 38 अरब रुपये का नुकसान हुआ, जो 2022 की इसी अवधि की तुलना में 171 प्रतिशत अधिक है. चालू वर्ष के पहले तीन महीनों के दौरान, पीआईए केवल 61 अरब पाकिस्तानी रुपये कमाने में सफल रहा था. रुपये के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने से उसे 21 अरब पाकिस्तानी रुपये का नुकसान हुआ. तेल की बढ़ती कीमतों और ब्याज दरों ने भी पीआईए के बढ़ते घाटे में भूमिका निभाई.

जीएसीए ने क्यों दी थी चेतावनी : पीआईए को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की ओर से समिति के गठन की खबर आने के ठीक एक दिन बाद जून के ही महीने में सऊदी अरब जनरल अथॉरिटी ऑफ सिविल एविएशन (जीएसीए) ने पीआईए को हज उड़ानों सहित परिचालन के निलंबन से बचने के लिए 48 मिलियन डॉलर का बकाया भुगतान करने की चेतावनी दी थी. जीएसीए ने यह भी चेतावनी दी था कि भुगतान किए जाने तक पचास हजार हज यात्रियों की स्वदेश वापसी शुरू नहीं होगी.

एयरकैप ने जब्त किया पीआईए का बी-777 विमान : उसी दौरान यह भी जानकारी सामने आयी थी कि पीआईए को लीज पर जहाज देने वाली एयरकैप ने जून में ही कुआलालंपुर में उसके बी-777 विमान को जब्त कर लिया था. हालांकि बाद में आंशिक भुगतान और आश्वासन के बाद यह मामला सुलझा लिया गया. एयरकैप ने बी-777 विमान को फिर से पीआईए को सौंप दिया.

बकाया नहीं चुकाने के कारण अमेरिका में भी पीआईए पर मुकदमा : भुगतान न करने पर पीआईए को अमेरिका में विलिस लीजिंग के मुकदमे का भी सामना करना पड़ रहा है. किसी भी आगे की प्रतिकूल कार्रवाई से बचने के लिए, पीआईए उनसे पट्टे पर लिए गए दो ए-320 विमान इंजनों को हटा दिया है.

बीमा ब्रोकर एलियाना ने भी दी चेतावनी : बीमा ब्रोकर एलियाना ने भी बकाया भुगतान ना होने की स्थिति में पीआईए के साथ समझौता खत्म करने की मांग की है. बता दें कि बीमा कंपनी से समझौता खत्म होने की स्थिति में पीआईए का उड़ान संचालन भी बंद हो जाएगा. जून के महीने में पीआईए की आईएटीए सदस्यता भी खतरे में थी. उसके ऊपर 2.8 मिलियन डॉलर से अधिक की बकाया था. पीआईए भुगतान की अंतिम तिथि 21 जून 2023 तक थी जिसे डिफ्लाट करने के बाद पीआईए ने 23 जून 2023 को भुगतान किया.

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Plane Spotters वेबसाइट के मुताबिक, पीआईए के फ्लीट में इस समय 31 हवाई जहाज हैं. इसमें चार सेवा से बाहर हैं, जबकि 27 विमान सेवा में हैं. 1946 में पीआईए का गठन हुआ था और अबतक पीआईए की फ्लीट में 107 हवाई जहाज शामिल हो चुके हैं.

(इनपुट एएनआई)

इस्लामाबाद : पाकिस्तान की प्रमुख एयरलाइन, पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) की माली हालत बेहद खराब हो गई है. खबरों के मुताबिक, उसे एक दिन के संचालन के लिए भी राष्ट्रीय कोष से धन की आवश्यकता है. द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, पीआईए का कुल संचित घाटा 600 बिलियन पाकिस्तानी रुपये से अधिक हो गया है. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान सरकार पीआईए के लिए एक समयबद्ध पुनर्गठन की योजना तैयार कर रही है.

पीआईए का निजीकरण ही एक मात्र विकल्प : द न्यूज इंटरनेशनल ने एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से कहा कि पीआईए की वित्तीय स्थिति इतनी खराब है कि वह सऊदी अरब को 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के नेविगेशन शुल्क का भुगतान नहीं कर सकती है. जिसकी वजह से एक समय पर सऊदी अरब ने पीआईए को 30 जून, 2023 के बाद अपना संचालन जारी रखने से रोक दिया था. अधिकारी ने आश्चर्य जताया कि घाटे में चल रही पीआईए कब तक काम करती रहेगी.

बढ़ेगी बोइंग-777 विमान की संख्या : उन्होंने कहा कि सबसे पहली और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि घाटे को रोका जाये. उन्होंने कहा कि तय समय सीमा के अंदर एक पुनर्गठन योजना बनाने की जरूरत है. इसके साथ ही सरकार को पीआईए के निजीकरण के बारे में भी सोचना होगा. द न्यूज इंटरनेशनल ने शनिवार को शीर्ष आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि अब पीआईए एक विमान को पट्टे पर लेकर बोइंग-777 को अपने बेड़े में शामिल करने की योजना लेकर आई है, जिसके बाद विमानों की संख्या 11 हो जाएगी. हालांकि, पीआईए की समग्र वित्तीय स्थिति इतनी खराब है कि उसके पास समयबद्ध पुनर्गठन योजना बनाने और फिर पीआईए को तीन से चार कंपनियों में विभाजित करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है.

जून में पाक पीएम ने बनाई थी समिति : इसी साल जून के महीने में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के पुनर्गठन और पुनर्जीवित करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था. वित्त मंत्री इशाक डार की अध्यक्षता वाली समिति को संघीय मंत्रिमंडल के समक्ष अपने प्रस्ताव और सिफारिशें पेश करनी है.

2023 के शुरुआती तीन महीनों में 38 अरब रुपये का नुकसान : इससे पहले की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि बीमार पीआईए को इस साल के पहले तीन महीनों में 38 अरब रुपये का नुकसान हुआ, जो 2022 की इसी अवधि की तुलना में 171 प्रतिशत अधिक है. चालू वर्ष के पहले तीन महीनों के दौरान, पीआईए केवल 61 अरब पाकिस्तानी रुपये कमाने में सफल रहा था. रुपये के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने से उसे 21 अरब पाकिस्तानी रुपये का नुकसान हुआ. तेल की बढ़ती कीमतों और ब्याज दरों ने भी पीआईए के बढ़ते घाटे में भूमिका निभाई.

जीएसीए ने क्यों दी थी चेतावनी : पीआईए को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की ओर से समिति के गठन की खबर आने के ठीक एक दिन बाद जून के ही महीने में सऊदी अरब जनरल अथॉरिटी ऑफ सिविल एविएशन (जीएसीए) ने पीआईए को हज उड़ानों सहित परिचालन के निलंबन से बचने के लिए 48 मिलियन डॉलर का बकाया भुगतान करने की चेतावनी दी थी. जीएसीए ने यह भी चेतावनी दी था कि भुगतान किए जाने तक पचास हजार हज यात्रियों की स्वदेश वापसी शुरू नहीं होगी.

एयरकैप ने जब्त किया पीआईए का बी-777 विमान : उसी दौरान यह भी जानकारी सामने आयी थी कि पीआईए को लीज पर जहाज देने वाली एयरकैप ने जून में ही कुआलालंपुर में उसके बी-777 विमान को जब्त कर लिया था. हालांकि बाद में आंशिक भुगतान और आश्वासन के बाद यह मामला सुलझा लिया गया. एयरकैप ने बी-777 विमान को फिर से पीआईए को सौंप दिया.

बकाया नहीं चुकाने के कारण अमेरिका में भी पीआईए पर मुकदमा : भुगतान न करने पर पीआईए को अमेरिका में विलिस लीजिंग के मुकदमे का भी सामना करना पड़ रहा है. किसी भी आगे की प्रतिकूल कार्रवाई से बचने के लिए, पीआईए उनसे पट्टे पर लिए गए दो ए-320 विमान इंजनों को हटा दिया है.

बीमा ब्रोकर एलियाना ने भी दी चेतावनी : बीमा ब्रोकर एलियाना ने भी बकाया भुगतान ना होने की स्थिति में पीआईए के साथ समझौता खत्म करने की मांग की है. बता दें कि बीमा कंपनी से समझौता खत्म होने की स्थिति में पीआईए का उड़ान संचालन भी बंद हो जाएगा. जून के महीने में पीआईए की आईएटीए सदस्यता भी खतरे में थी. उसके ऊपर 2.8 मिलियन डॉलर से अधिक की बकाया था. पीआईए भुगतान की अंतिम तिथि 21 जून 2023 तक थी जिसे डिफ्लाट करने के बाद पीआईए ने 23 जून 2023 को भुगतान किया.

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Plane Spotters वेबसाइट के मुताबिक, पीआईए के फ्लीट में इस समय 31 हवाई जहाज हैं. इसमें चार सेवा से बाहर हैं, जबकि 27 विमान सेवा में हैं. 1946 में पीआईए का गठन हुआ था और अबतक पीआईए की फ्लीट में 107 हवाई जहाज शामिल हो चुके हैं.

(इनपुट एएनआई)

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