सियोल : उत्तर कोरिया (North Korea) में गुरुवार को COVID-19 के संदिग्ध लक्षणों के 262,270 और मामले दर्ज किए गए. यहां कोरोना के मामले करीब 20 लाख हो गए हैं. स्वास्थ्य देखभाल संसाधनों की कमी से जूझ रहा देश अर्थव्यवस्था को बनाए रखने की कोशिश कर रहा है. ऐसा भी माना जा रहा है कि जो मामले सामने आए हैं हकीकत उससे कहीं ज्यादा है. ऐसी भी संभावना है कि किम जोंग के प्रभाव के कारण उत्तर कोरिया जानबूझकर मौतों का आंकड़ा कम दिखा सकता है.
उत्तर कोरिया के एंटी-वायरस मुख्यालय ने बुधवार को 24 घंटे में एक मौत की सूचना दी, जिससे मरने वालों की संख्या 63 हो गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं उसकी तुलना में ये बहुत कम है. आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने बताया कि अप्रैल के अंत से 1.98 मिलियन से अधिक लोग बुखार के लक्षणों से पीड़ित हैं. ज्यादातर ओमीक्रोन वेरिएट की चपेट में हैं. हालांकि देश ने कम संख्या में संक्रमण के मामलों की पुष्टि की है.समाचार एजेंसी ने बताया कि कम से कम 740,160 लोग संक्रमण की चपेट में हैं. उत्तर कोरिया ने पिछले गुरुवार को अपने यहां कोविड 19 के पहले केस की पुष्टि की थी.
किम ने की अफसरों की आलोचना : उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने कोविड -19 के प्रकोप से शुरुआती चरणों में नाकाम रहने पर अधिकारियों की आलोचना की है. उत्तर कोरिया की आधिकारिक संवाद समिति कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी के अनुसार मंगलवार को एक सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की बैठक में किम ने कहा कि प्रारंभिक चरण में संकट से निपटने में अपरिपक्वता और देश के प्रमुख अधिकारियों की सुस्त प्रतिक्रिया ने 'कमजोर बिंदुओं' को उजागर किया है. किम ने कहा कि कोविड के खिलाफ इस तरह के उपायों के परिणामस्वरूप एंटीवायरस अभियान के शुरुआती दौर में 'जटिलता और कठिनाइयां' और बढ़ गई हैं.
पढ़ें- कोरोना महामारी से असमंजस में है नॉर्थ कोरिया प्रमुख
(PTI)