मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया में 2022 में 21 वर्षीय भारतीय नर्सिग छात्रा के हत्या मामले में उसकी मां ने दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई अदालत को बताया कि वह अपनी बेटी की मौत से पीड़ित हैं और खूनी को कभी माफ नहीं करेंगी. गौरतलब है कि नर्सिंग छात्रा की 2022 में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. मृतका जसमीन कौर को 23 वर्षीय तारिकजोत सिंह ने नॉर्थ प्लायम्टन में उसके ऑफिस से पीछा किया और अपहरण कर लिया था. इसके बाद फ्लिंडर्स रेंज में ले जाकर उसकी हत्या कर दी थी. इतना ही नहीं, उसकी लाश को कब्र में दफन भी कर दिया था. पीड़िता की मां रशपाल कौर गठवाल के मुताबिक, तारिकजोत सिंह, जिसे इस साल फरवरी में हत्या का दोषी ठहराया गया था, जसमीन कौर से पागलों की तरह प्यार करता था और उससे शादी करना चाहता था.
एबीसी न्यूज ने बताया कि रशपाल कौर ने अपने बयान में अदालत को बताया कि उनकी बेटी जसमीन कौर ने अपने अंतिम क्षणों में जो कुछ सहा, उसके बारे में सोच कर उन्हें पीड़ा होती है. शोकाकुल मां ने अदालत को बताया, "उसे बचाने वाला कोई नहीं था, उसने अपनी आखिरी सांस तक इस धरती पर खराब समय बिताया." रशपाल कौर ने अदालत को बताया कि तारिकजोत सिंह जसमीन कौर के लिए पागल था, लेकिन जसमीन उसे कई बार शादी से इनकार कर चुकी थी. इसके बाद तारिकजोत ने जो किया उसके लिए वह उसे कभी माफ नहीं करेगी. उन्होंने कहा, "एक इंसान मानव जीवन को इतना सस्ता कैसे मान सकते हैं? उसने मेरी बेटी के साथ ऐसा व्यवहार किया जैसे वह कुछ भी नहीं थी और उसे बेकार समझकर खत्म कर दिया.
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बता दें कि जसमीन कौर एडिलेड में अपने रिश्तेदारों के साथ रह रही थी और नर्स बनने की पढ़ाई के दौरान वृद्धाश्रम में कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही थी. घटना के दिन उसके नियोक्ता ने उसके परिवार को शिफ्ट से उसकी अनुपस्थिति के बारे में पूछने के लिए बुलाया था, जहां उन्होंने परिजनों को उसके लापता होने की सूचना दी. पुलिस के अनुसार, जसमीन कौर को 5 मार्च 2022 की रात 10 बजे से ठीक पहले नॉर्थ प्लायम्प्टन के सदर्न क्रॉस होम्स में अपनी शिफ्ट खत्म करने के बाद एक व्यक्ति द्वारा बलपूर्वक ले जाया गया था. जुलाई में सजा सबमिशन के लिए मामला अदालत में वापस आ जाएगा. दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में हत्या के लिए न्यूनतम 20 वर्ष की गैर-पैरोल अवधि अनिवार्य है.
(आईएएनएस)