रबात : मोरक्को में पिछले शुक्रवार को आए भूकंप से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. विदेशी बचाव दल भी मोरक्को में मदद के लिए पहुंचा हुआ है. न्यूज एजेंसी अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, 6.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद मरने वालों की संख्या 2800 से अधिक हो गई है. जीवित बचे लोगों को ढूंढने के लिए अभी भी बचाव अभियान जारी है.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार देर रात हाई एटलस पर्वत पर आए 6.8 तीव्रता के भूकंप के बाद स्पेन, यूनाइटेड किंगडम और कतर की खोज और बचाव टीमें मोरक्को के बचाव अभियानों में शामिल हो गई हैं, जिसका केंद्र मराकेश से 72 किलोमीटर (45 मील) दक्षिण-पश्चिम में है. सरकारी टेलीविजन के मुताबिक, मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,862 हो गई है, जबकि 2,562 लोग घायल हुए हैं.
बचावकर्मियों के अनुसार, मोरक्को के भूकंप वाले इलाके में पारंपरिक मिट्टी की ईंटों की इमारतें, जो उस क्षेत्र में आम थीं, जीवित बचे लोगों का पता लगाने की संभावना सीमित कर देती हैं क्योंकि वे गल गई हैं. भूकंप के कारण मारकेश से 60 किलोमीटर (37 मील) दूर तफेघाघते पर्वतीय गांव की लगभग हर इमारत नष्ट हो गई है. जीवित बचे लोगों और मृतकों के शवों की नागरिक बचाव दल और मोरक्को के सैन्य कर्मियों द्वारा तलाश की जा रही है.
इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप में जानमाल के नुकसान पर दुख जताया था
एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने कहा, 'मोरक्को में भूकंप के कारण जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं. इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं. उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं. भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है.
भूकंप 03:41:01 (UTC+05:30) पर 18.5 किमी की गहराई पर हुआ. भूकंप की तीव्रता के कारण दरारें दक्षिण में सिदी इफनी से लेकर उत्तर में रबात और उससे आगे तक फैल गईं.
एएनआई