साओ पाउलो: ब्राजील के अमेजन वर्षावन में पिछले सप्ताह 100 से अधिक डॉल्फिनों के मारे जाने की सूचना है. यह क्षेत्र गंभीर सूखे से जूझ रहा है. जानकारों का कहना है कि यदि इसी तरह पानी का तापमान अधिक रहा तो कई और डॉल्फिन जल्द ही मर सकती हैं. ब्राजील के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार मंत्रालय के एक अनुसंधान समूह, मामिरौआ इंस्टीट्यूट ने कहा कि टेफे झील के आसपास के क्षेत्र में सोमवार को दो और मृत डॉल्फिन पाए गए. टेफे झील क्षेत्र में स्तनधारियों और मछलियों के लिए महत्वपूर्ण स्थान है.
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Over the past week, more than 100 dolphins have neen found dead in Lake Tefé, Brazilian Amazon, due to an historic drought and record-high water temperatures exceeding 102 degrees Fahrenheit according to the Mamirauá Institute, funded by the Brazilian Ministry of Science.… pic.twitter.com/ZllfLlHQVm
— Volcaholic 🌋 (@volcaholic1) October 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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संस्थान की ओर से उपलब्ध कराए गए वीडियो में गिद्धों को झील के किनारे डॉल्फिन के शवों को चुनते हुए दिखाया गया है. स्थानीय मीडिया ने बताया कि हजारों मछलियां भी मर गईं हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि क्षेत्र की झीलों में होने वाली मौतों का सबसे संभावित कारण पानी का उच्च तापमान है. टेफे झील क्षेत्र में पिछले सप्ताह से तापमान 39 डिग्री सेल्सियस (102 डिग्री फ़ारेनहाइट) से अधिक हो गया है.
ब्राजील सरकार की संस्थान चिको मेंडेस इंस्टीट्यूट फॉर बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन, जो संरक्षित क्षेत्रों का प्रबंधन करता है, ने कहा कि पिछले हफ्ते उसने मौतों की जांच के लिए पशु चिकित्सकों और जलीय स्तनपायी विशेषज्ञों की टीमों को भेजा था. ममीरौआ इंस्टीट्यूट के एक शोधकर्ता मिरियम मारमोंटेल ने कहा, टेफे झील में लगभग 1,400 डॉल्फिन थीं.
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The Mamirauá Institute, a research facility supported by the Brazilian Ministry of Science, documented this alarming incident of dolphin deaths.https://t.co/peM41rjM97
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मारमोंटेल ने कहा, एक सप्ताह में हम पहले ही उनमें से लगभग 120 की मौतें हो चुकी हैं. जो कुल आबादी का 5 प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक प्रतिनिधित्व करते हैं. श्रमिकों ने पिछले सप्ताह से उस क्षेत्र में डॉल्फिन के शव बरामद किए हैं जहां नदियां सूख गई हैं. बता दें कि तापमान के बढ़ने और नदियों के सूखने के कारण इस क्षेत्र में नदी और झील के आसपास रहने वाले लोगों को भी परेशानी हो रही है. उनकी नावें रेत में फंस गई हैं. अमेजन के गवर्नर विल्सन लीमा ने शुक्रवार को सूखे के कारण आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है.
60,000 निवासियों वाले शहर, टेफ़े के मेयर, निक्सन मारेरा ने कहा कि उनकी सरकार कुछ अलग-थलग समुदायों तक सीधे भोजन पहुंचाने में असमर्थ है क्योंकि नदियां सूखी हैं. ममीराउ इंस्टीट्यूट के भू-स्थानिक समन्वयक अयान फ्लेशमैन ने कहा कि सूखे का अमेजन क्षेत्र में नदी किनारे के समुदायों पर बड़ा प्रभाव पड़ा है.
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उन्होंने कहा, कई समुदाय अलग-थलग होते जा रहे हैं. उन तक पहुंचना मुश्किल है क्योंकि नदियां सूख रही हैं. जो उनके परिवहन का मुख्य साधन है. फ्लेशमैन ने कहा कि पानी का तापमान शुक्रवार को 32 डिग्री सेल्सियस (89 डिग्री फारेनहाइट) से बढ़कर रविवार को लगभग 38 डिग्री सेल्सियस (100 डिग्री फारेनहाइट) हो गया. उन्होंने कहा कि वे अभी भी डॉल्फिन की मौत का कारण निर्धारित कर रहे हैं लेकिन निश्चित रूप से उच्च तापमान एक प्रमुख कारण लगता है.