वाशिंगटन : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कनाडा में भारतीय राजनयिकों और मिशनों के खिलाफ धमकी, हिंसा और डराने-धमकाने की घटनाओं को उजागर किया. उन्होंने सवाल किया कि यदि ऐसी ही स्थिति किसी अन्य देश में होती तो क्या प्रतिक्रिया वैसी ही होती. विदेश मंत्री ने इस बात पर बल दिया कि ओटावा में स्थिति सामान्य नहीं है. शुक्रवार को वाशिंगटन एक संवाददाता सम्मेलन में विदेश मंत्री ने कहा, 'हमारा कहना है कि आज कनाडा में हिंसा का माहौल है, डराने-धमकाने का माहौल है. इसके बारे में गंभीरता से सोचें.'
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#WATCH | Washington, DC: On India-Canada row, EAM Dr S Jaishankar says, "No incident is isolated and no incident is the totality. There is a context for everything and there are multiple problems out there...But there is a larger issue...I think the larger issue should be… pic.twitter.com/hSuuf8nOvl
— ANI (@ANI) September 29, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) September 29, 2023
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, 'हमारे मिशन पर धुआं बम फेंके हैं. हमारे वाणिज्य दूतावास हैं. उनके सामने हिंसा हुई. नागरिकों को निशाना बनाया गया और उन्हें डराया धमकाया गया. पोस्टरबाजी की गई. ऐसी स्थिति को आप क्या सामान्य समझते हैं ?' यह तो हमारे साथ हुआ. यदि यही किसी अन्य देश के साथ हुआ होता तो वे इस पर क्या प्रतिक्रिया देते? मुझे लगता है कि यह पूछना उचित सवाल है.'
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जयशंकर ने आगे जोर देकर कहा कि कनाडा में चल रही स्थिति को सामान्य नहीं माना जाना चाहिए. वहां जो हो रहा है उस पर ध्यान आकर्षित करना अधिक महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि कनाडा में जो कुछ हो रहा है, उसे सामान्य न बनाएं. कनाडा में जो हो रहा है, क्या यह कहीं और हुआ ? इन घटनाओं पर वैश्विक देशों ने इसे समान भाव से लिया था? क्या उन देशों ने इसे इतनी शांति से लिया था? विदेश मंत्री ने कहा, 'ऐसे में मुझे लगता है कि वहां क्या हो रहा है, इसे दुनिया के सामने लाना जरूरी है.' जयशंकर ने आगे कहा, 'धमकी देने और राजनयिकों को डराने की स्वतंत्रता. मुझे नहीं लगता कि यह स्वीकार्य है. हत्या में भारतीयों की संलिप्तता के ट्रूडो के आरोप 'बेतुका' और 'प्रेरित' है.