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US Documents Leak : अमेरिकी रक्षा विभाग के गोपनीय दस्तावेजों का लीक होना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा : पेंटागन

पेंटागन के अनुसार, अमेरिकी रक्षा विभाग के वर्गीकृत दस्तावेजों का एक बड़ा लीक देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है. राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन इस घटनाक्रम का आकलन करने और इसके प्रभाव को रोकने के लिए काम कर रहा है.

US Documents Leak
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Published : Apr 11, 2023, 11:17 AM IST

वाशिंगटन : अमेरिकी रक्षा विभाग के दस्तावेजों के लीक होने से अमेरिकी सुरक्षा विभाग में खलबली मच गई है. इस मामले में राष्ट्रपति कार्यालय और रक्षा विभाग मिलकर जांच करने की बात कह रहा है. अब पेंटागन ने इस मामले में बयान जारी किया है. पेंटागन ने कहा है कि अमेरिकी रक्षा विभाग के गोपनीय दस्तावेजों का लीक होना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए 'बेहद गंभीर' खतरा है. दस्तावेजों में यूक्रेन में युद्ध के साथ-साथ चीन और अमेरिका के सहयोगियों के संबंध में संवेदनशील जानकारी शामिल है. अधिकारियों का कहना है कि फाइलें वरिष्ठ नेताओं को जारी किए जाने वाले दस्तावेजों के समान प्रारूप में हैं. अमेरिका के अधिकारियों ने कहा है कि लीक के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है.

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बता दें कि अमेरिका में रक्षा विभाग के दस्तावेजों को ट्विटर और टेलीग्राम जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के अलावा गेम माइनक्राफ्ट के एक डिस्कोर्ड सर्वर पर भी देखा गया. अधिकारियों ने मुताबिक, इन दस्तावेजों में यूक्रेन में युद्ध के बारे में अत्यधिक विस्तृत जानकारी के अलावा, अमेरिकी सहयोगियों से संबंधित संवेदनशील ब्रीफिंग सामग्री भी शामिल है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के करीबी एक सूत्र ने सीएनएन को बताया कि लीक के कारण यूक्रेन ने पहले ही अपनी कुछ सैन्य योजनाओं में बदलाव कर दिया है.

पढ़ें : सिखों के हितों में उठाए गए मोदी के कदमों से खालिस्तानी आंदोलन कमजोर हुआ: सिख प्रतिनिधिमंडल

अन्य दस्तावेज कथित तौर पर मध्य पूर्व के साथ-साथ भारत-प्रशांत क्षेत्र में रक्षा और सुरक्षा के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हैं. स्थानीय समय के अनुसार सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए, पेंटागन के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने कहा कि दस्तावेज़ 'राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बहुत ही गंभीर जोखिम थे और उनमें गलत सूचना फैलाने की क्षमता थी'. सार्वजनिक मामलों के रक्षा सचिव के सहायक क्रिस मेघेर ने पेंटागन अपनी प्रक्रिया का पुनर्मूल्यांकन कर रहा है कि इस तरह के संवेदनशील दस्तावेजों तक कोई कैसे पहुंच गया.

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क्रिस मेघेर ने कहा कि लिक करने वालों पर करीब से नज़र रखने के लिए कदम उठाए गए हैं. जब मेघेर से पूछा गया कि क्या पेंटागन दस्तावेजों को वास्तविक मानता है उन्होंने सीधे जवाब देने से इनकार करते हुए कहा कि ये कुछ बदले गए प्रतीत होते हैं. उन्होंने कहा कि न्याय विभाग अब अमेरिकी सरकार में पेंटागन, व्हाइट हाउस और अन्य जगहों के अधिकारियों के साथ लीक की जांच कर रहा है. मेघेर ने कहा दस्तावेजों का प्रारूप वैसा ही है जैसा 'यूक्रेन और रूस से संबंधित कार्यों के साथ-साथ अन्य खुफिया अपडेट पर हमारे वरिष्ठ नेताओं को दैनिक अपडेट प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है.

पढ़ें : Toshkhana Corruption Case: लाहौर उच्च न्यायालय 12 अप्रैल को इमरान खान की याचिका पर करेगा सुनवाई

उन्होंने कहा कि पेंटागन को सबसे पहले पिछले हफ्ते दस्तावेज लीक होने की जानकारी मिली. रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने पहली बार 6 अप्रैल को इस मामले की जानकारी दी. एक अलग ब्रीफिंग में, राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को पिछले सप्ताह लीक के बारे में पहली बार जानकारी दी गई थी. यह पूछे जाने पर कि क्या अब तक लीक पर काबू पा लिया गया है या अभी और दस्तावेज सामने आ सकते हैं. किर्बी ने कहा कि मुझे नहीं पता. मीडिया रिपोर्ट में अब तक 20 से अधिक दस्तावेजों की समीक्षा की जा चुकी है. हालांकि, मेघेर ने लीक के संभावित प्रभाव पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

पढ़ें : Pak cabinet meeting: पंजाब प्रांत में चुनाव पर फैसले के लिए पाक कैबिनेट की बैठक

(आईएएनएस)

वाशिंगटन : अमेरिकी रक्षा विभाग के दस्तावेजों के लीक होने से अमेरिकी सुरक्षा विभाग में खलबली मच गई है. इस मामले में राष्ट्रपति कार्यालय और रक्षा विभाग मिलकर जांच करने की बात कह रहा है. अब पेंटागन ने इस मामले में बयान जारी किया है. पेंटागन ने कहा है कि अमेरिकी रक्षा विभाग के गोपनीय दस्तावेजों का लीक होना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए 'बेहद गंभीर' खतरा है. दस्तावेजों में यूक्रेन में युद्ध के साथ-साथ चीन और अमेरिका के सहयोगियों के संबंध में संवेदनशील जानकारी शामिल है. अधिकारियों का कहना है कि फाइलें वरिष्ठ नेताओं को जारी किए जाने वाले दस्तावेजों के समान प्रारूप में हैं. अमेरिका के अधिकारियों ने कहा है कि लीक के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है.

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बता दें कि अमेरिका में रक्षा विभाग के दस्तावेजों को ट्विटर और टेलीग्राम जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के अलावा गेम माइनक्राफ्ट के एक डिस्कोर्ड सर्वर पर भी देखा गया. अधिकारियों ने मुताबिक, इन दस्तावेजों में यूक्रेन में युद्ध के बारे में अत्यधिक विस्तृत जानकारी के अलावा, अमेरिकी सहयोगियों से संबंधित संवेदनशील ब्रीफिंग सामग्री भी शामिल है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के करीबी एक सूत्र ने सीएनएन को बताया कि लीक के कारण यूक्रेन ने पहले ही अपनी कुछ सैन्य योजनाओं में बदलाव कर दिया है.

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अन्य दस्तावेज कथित तौर पर मध्य पूर्व के साथ-साथ भारत-प्रशांत क्षेत्र में रक्षा और सुरक्षा के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हैं. स्थानीय समय के अनुसार सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए, पेंटागन के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने कहा कि दस्तावेज़ 'राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बहुत ही गंभीर जोखिम थे और उनमें गलत सूचना फैलाने की क्षमता थी'. सार्वजनिक मामलों के रक्षा सचिव के सहायक क्रिस मेघेर ने पेंटागन अपनी प्रक्रिया का पुनर्मूल्यांकन कर रहा है कि इस तरह के संवेदनशील दस्तावेजों तक कोई कैसे पहुंच गया.

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क्रिस मेघेर ने कहा कि लिक करने वालों पर करीब से नज़र रखने के लिए कदम उठाए गए हैं. जब मेघेर से पूछा गया कि क्या पेंटागन दस्तावेजों को वास्तविक मानता है उन्होंने सीधे जवाब देने से इनकार करते हुए कहा कि ये कुछ बदले गए प्रतीत होते हैं. उन्होंने कहा कि न्याय विभाग अब अमेरिकी सरकार में पेंटागन, व्हाइट हाउस और अन्य जगहों के अधिकारियों के साथ लीक की जांच कर रहा है. मेघेर ने कहा दस्तावेजों का प्रारूप वैसा ही है जैसा 'यूक्रेन और रूस से संबंधित कार्यों के साथ-साथ अन्य खुफिया अपडेट पर हमारे वरिष्ठ नेताओं को दैनिक अपडेट प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है.

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उन्होंने कहा कि पेंटागन को सबसे पहले पिछले हफ्ते दस्तावेज लीक होने की जानकारी मिली. रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने पहली बार 6 अप्रैल को इस मामले की जानकारी दी. एक अलग ब्रीफिंग में, राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को पिछले सप्ताह लीक के बारे में पहली बार जानकारी दी गई थी. यह पूछे जाने पर कि क्या अब तक लीक पर काबू पा लिया गया है या अभी और दस्तावेज सामने आ सकते हैं. किर्बी ने कहा कि मुझे नहीं पता. मीडिया रिपोर्ट में अब तक 20 से अधिक दस्तावेजों की समीक्षा की जा चुकी है. हालांकि, मेघेर ने लीक के संभावित प्रभाव पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

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(आईएएनएस)

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