इस्लामाबाद : पाकिस्तान में सोमवार को खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर में हुए आत्मघाती विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ली है. इस विस्फोट में 23 बच्चों सहित 54 लोग मारे गए. रविवार को पाकिस्तान के सीमावर्ती जिले बाजौर में एक चुनावी रैली को निशाना बनाया गया. इस हमले में लगभग 200 लोग घायल हो गए. अल जजीरा के अनुसार, सशस्त्र समूह की समाचार शाखा अमाक ने एक बयान में कहा कि इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएल) के एक आत्मघाती हमलावर ने खार शहर में भीड़ के बीच में अपने विस्फोटक जैकेट में विस्फोट कर दिया.
कट्टरपंथी राजनेता फजलुर रहमान के नेतृत्व वाली एक महत्वपूर्ण सरकारी गठबंधन सहयोगी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई-एफ) पार्टी के लगभग 400 सदस्य भाषण शुरू होने का इंतजार कर रहे थे, तभी एक हमलावर ने मंच के पास विस्फोटकों से भरी जैकेट में विस्फोट कर दिया. यह सभा एक बाजार के पास एक विशाल तंबू के नीचे आयोजित की गई थी. हालांकि, इस सभी में रहमान नहीं पहुंचे थे. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, रहमान पहले भी 2011 और 2014 में राजनीतिक रैलियों में हुए कम से कम दो विस्फोटों से बाल-बाल बच चुके हैं.
पुलिस ने सोमवार को बाजौर के सबसे बड़े शहर खार के एक अस्पताल में कुछ घायलों से गवाही ली. प्रांतीय सूचना मंत्री फिरोज जमाल ने कहा कि पुलिस इस हमले की सभी पहलुओं से जांच कर रही है. पुलिस के अनुसार, विस्फोट पर पहली सूचना रिपोर्ट सोमवार को काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट में दर्ज की गई थी, क्योंकि प्रारंभिक जांच से संकेत मिला था कि आत्मघाती हमले के लिए आतंकवादी समूह आईएसआईएस जिम्मेदार था. अधिकारी के मुताबिक, सम्मेलन दोपहर 2 बजे शुरू हुआ और विस्फोट शाम 4:10 बजे हुआ.
जियो न्यूज के अनुसार, केपी सीटीडी द्वारा आतंकवाद, हत्या, हत्या के प्रयास और अन्य अपराधों के संदेह में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) के अतिरिक्त महानिरीक्षक शौकत अब्बास के अनुसार, विस्फोट में लगभग 10-12 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जेयूआई-एफ के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और केपी के अंतरिम मुख्यमंत्री आजम खान से इस घटना की जांच करने को कहा.