वाशिंगटन: कुछ खालिस्तान समर्थक तत्वों द्वारा अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किए जाने की घटना के बाद भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्य बड़ी संख्या में जमा हुए और उन्होंने ने दूतावास के सामने भारत के समर्थन में एक शांति रैली निकाली. खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने रविवार को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला कर वहां तोड़फोड़ की थी.
उन्होंने खालिस्तान समर्थक नारे लगाते हुए पुलिस के अस्थायी सुरक्षा अवरोधकों को तोड़ दिया था और वाणिज्य दूतावास परिसर के अंदर दो तथाकथित खालिस्तानी झंडे लगा दिए थे. हालांकि वाणिज्य दूतावास के दो कर्मियों ने जल्द ही उन झंडों को हटा दिया था. इसके बाद, प्रदर्शनकारियों का एक समूह वाणिज्य दूतावास परिसर में घुस गया था और दरवाजे तथा खिड़कियां भी तोड़ दीं थी.
इस घटना का विरोध करने के लिए बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिकी सैन फ्रांसिस्को पहुंचे और भारत के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए उन्होंने शुक्रवार को तिरंगा लहराया. उन्होंने अलगाववादी सिखों की विनाशकारी गतिविधियों की निंदा की. इस रैली के दौरान स्थानीय पुलिस भी मौजूद थी, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके. इस दौरान कुछ अलगाववादी सिख भी थे, जिन्होंने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए, लेकिन भारत का समर्थन कर रहे भारतीय अमेरिकियों की संख्या उनसे कहीं अधिक थी. भारतीय अमेरिकियों ने ‘वंदे मातरम्’ के नारे लगाए और अमेरिका के साथ भारत का राष्ट्रध्वज लहराया. खालिस्तान समर्थक भारत में भी सक्रिय हो गए थे. हालांकि, सरकार इसे कुलचलने की कोशिश में लगी है. भारत सरकार देश विरोधी ताकतों से सख्ती से निटपती है. हाल में आस्ट्रेलिया में भी खालिस्तान समर्थकों की गतिविधि देखी गई थी.
(पीटीआई-भाषा,ललित के. झा)