न्यूयॉर्क: जी20 शिखर सम्मेलन में भारत की अध्यक्षता की सराहना करते हुए मालदीव के विदेश राज्य मंत्री (एमओएस) अहमद खलील ने कहा कि भारत ने विकासशील दुनिया की चुनौतियों को उजागर करके खुद को ग्लोबल साउथ की आवाज के रूप में स्थापित किया है. उन्होंने भारत की पड़ोसी-प्रथम नीति की प्रशंसा की. साथ ही कहा कि मालदीव को इससे वैश्विक दक्षिण में भारत के संबंधों का लाभ बहुत मिला.
न्यूयॉर्क शहर में 'इंडिया-यूएन फॉर ग्लोबल साउथ, डिलीवरिंग फॉर डेवलपमेंट' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अहमद खलील ने कहा, 'इस अवसर पर मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री जयशंकर को बधाई देता हूं.' उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण राजनीतिक हालात में ऐसे वैश्विक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करना आसान नहीं था. साथ ही इसके सभी देशों का सर्वसम्मति से एक राय बनाना महत्वपूर्ण था. अहमद खलील ने कहा कि हमें खुशी है कि यह घोषणा उन प्रमुख क्षेत्रों को प्रतिबिंबित करती है जो विकासशील देशों के लिए महत्वपूर्ण हैं.
संयुक्त राष्ट्र में भारत लगातार बातचीत कर रहा है. भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास भागीदार कोष को कई लोग दक्षिण-दक्षिण सहयोग के ब्लूप्रिंट के रूप में देखते हैं. इस सहयोग का परिणाम हमारे सामने है. खलील ने कहा, लाभार्थी देशों में जहां कल संसाधनों के संतुलन की कमी थी, आज हम सामाजिक और भौतिक बुनियादी ढांचे तक पहुंच देख रहे हैं. अहमद खलील ने कहा, 'हमें आशा है कि संयुक्त राष्ट्र के 62वें सत्र के अध्यक्ष के रूप में भारत जलवायु कार्रवाई, वित्त और सतत विकास सहित वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर जोर देना जारी रखेगा.