नई दिल्ली: भारत ने छोटे एवं हल्के हथियारों के विरूद्ध संयुक्त राष्ट्र की कार्ययोजना की खासकर बड़ी वैश्विक चुनौती के रूप में आतंकवाद के खतरे से निपटने में अहमियत पर बल देते उसके पूर्ण एवं प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया है. छोटे हथियारों एवं हल्के हथियारों के अवैध व्यापार पर रोकथाम एवं उसे खत्म करने पर केंद्रित संयुक्त राष्ट्र की कार्ययोजना पर देशों की आठवीं द्विवार्षिक बैठक में हिस्सा लेते हुए भारत ने संबंधित संधियों के क्रियान्वयन में अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं सहायता खासकर विकासशील देशों को सहयोग पहुंचाने का विषय प्रमुखता से उठाया.
छोटे हथियारों एवं हल्के हथियारों के अवैध व्यापार पर रोकथाम एवं उसे खत्म करने पर केंद्रित संयुक्त राष्ट्र की कार्ययोजना एवं अंतरराष्ट्रीय अवैध छोटे हथियार खोज संधि पर यह बैठक हाल में हुई थी. विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र की कार्ययोजना एवं अंतरराष्ट्रीय अवैध छोटे हथियार खोज संधि को मजबूती से लागू करने पर केंद्रित एक प्रस्ताव पारित किया गया.
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भारत ने छोटे एवं हल्के हथियारों का पता लगाने के वास्ते एक प्रणाली विकसित करने तथा राष्ट्रीय प्रयासों में सुधार के माध्यम से इन संधियों को कड़ाई से लागू की अपील की ताकि उन्हें और प्रभावी बनाया जा सके. मंत्रालय ने कहा, 'बैठक के दौरान भारत ने छोटे एवं हल्के हथियारों के विरूद्ध संयुक्त राष्ट्र की कार्ययोजना की खासकर बड़ी वैश्विक चुनौती के रूप में आतंकवाद के खतरे से निपटने में अहमियत पर बल देते हुए उसके पूर्ण एवं प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया है.' यह बैठक 27 जून से एक जुलाई, 2022 तक न्यूयार्क में हुई.
(पीटीआई-भाषा)