तेल अवीव: गाजा में ईंधन की कमी को देखते हुए इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने एक अस्पताल में इसकी आपूर्ति की है. इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) का कहना है कि शिफा अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था जारी रखने के लिए उनके सैनिकों ने 300 लीटर ईंधन पहुंचाया. कहा जा रहा है कि हमास ने अस्पताल को ईंधन लेने से मना किया है.
आईडीएफ का कहना है कि हमास ने अस्पताल को ईंधन इसे लेने से मना किया है. गाजा का हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय हफ्तों से चेतावनी दे रहा है कि उसके अस्पतालों में ईंधन खत्म हो रहा है. आईडीएफ का यह भी कहना है कि यदि ऐसा है, तो वे अस्पताल को इसे प्राप्त करने से क्यों रोकेंगे? इससे पहले आईडीएफ ने कहा था कि वह गाजा के अस्पताल के कर्मचारियों के साथ शिफा अस्पताल से गाजावासियों के लिए दक्षिण की ओर सुरक्षित मार्ग प्रदान करने के लिए काम कर रहा है. आईडीएफ के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने शनिवार को कहा, 'आज गाजा से बहुत सारी गलत सूचनाएं आ रही हैं. इसलिए, मैं तथ्यों को स्पष्ट करना चाहता हूं. कोई घेराबंदी नहीं है.'
मैं दोहराता हूं, शिफा अस्पताल की कोई घेराबंदी नहीं है. उन्होंने आगे कहा, 'अस्पताल छोड़ने के इच्छुक गाजावासियों के सुरक्षित मार्ग के लिए अल-वेहदा स्ट्रीट पर अस्पताल का पूर्वी हिस्सा खुला है. हम अस्पताल के कर्मचारियों से सीधे और नियमित रूप से बात कर रहे हैं. अस्पताल के कर्मचारियों ने बच्चों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने में मदद का अनुरोध किया है. हम आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे. और कुछ ऐसा है जिसे दुनिया को नहीं भूलना चाहिए. हम दुनिया को भूलने नहीं देंगे.
इस बीच, एक मीडिया रिपोर्ट में शनिवार को हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से बताया कि उत्तरी गाजा में स्थित अल-शिफा अस्पताल की नवजात इकाई में तीन शिशुओं की मौत हो गई, क्योंकि आसपास के क्षेत्र में लगातार इजरायली गोलीबारी के कारण अस्पताल सेवा से वंचित हो गए थे.हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक मुनीर अल-बुर्श के हवाले से यह बताया गया कि नवजात शिशु वार्ड के डॉक्टरों को अब उन 36 शिशुओं को हाथ से कृत्रिम सांस देने के लिए मजबूर किया जा रहा है जिनका वे इलाज कर रहे हैं.
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बर्श ने यह भी कहा कि अस्पताल चारों दिशाओं से घिरा हुआ था. अनुमान है कि अस्पताल में 400 लोगों का इलाज किया जा रहा था और लगभग 20,000 विस्थापित लोग अस्पताल परिसर में आश्रय मांग रहे थे. गाजा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने कहा कि वह अल-शिफा परिसर के अंदर फंस गया था. किद्रा ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा कि इजरायली गोलाबारी द्वारा बार-बार निशाना बनाए जाने के बाद वर्तमान में यहं सेवा बाधित है.