पेरिस: फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक पुलिस अधिकारी की गोली लगने से हुई किशोर की मौत के बाद से लोगों का हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है. इलाके में हिंसक भीड़ के कारण आगजनी और तोड़फोड़ की कई घटनाएं सामने आई. पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ बड़े स्तर पर कार्रवाई की. इस दौरान पूरे फ्रांस में कम से कम 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें पेरिस के 20 लोग शामिल थे. लगातार पांच रातों के दंगों के बाद देश में 45,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया जिसके बाद रविवार को हालात पर काफी हद तक काबू पाया जा सका.
नैनटेरे में एक पुलिस अधिकारी ने 17 वर्षीय नाहेल मेरजौक को गोली मार दी थी. अल्जीरियाई मूल के नाहेल की मौत के बाद फ्रांस में विरोध- प्रदर्शनों कौ दौर शुरू हो गया. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले रविवार को किशोर की दादी ने प्रदर्शनकारियों से हिंसा खत्म करने की अपील की और कहा कि उन्हें स्कूलों या बसों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए. दादी ने कहा, 'मैं थक गई हूं, नाहेल की मां के बारे में कहा कि अब उनका कोई जीवन नहीं है.'
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, कल, पेरिस उपनगर के मेयर ने कहा कि उनके घर पर हमला किया गया था, उन्होंने इसे अपने परिवार पर हत्या का प्रयास बताया. पेरिस के दक्षिणी उपनगरों में स्थित कम्यून एल-हे-लेस-रोसेस के मेयर विंसेंट जीनब्रून ने एक बयान में कहा, 'रात करीब डेढ़ बजे जब मैं पिछले तीन रातों की तरह सिटी हॉल में था तो लोगों ने मेरे घर को जलाने की कोशिश की. उन लोगों ने पहले मेरे आवास पर अपनी कार चढ़ा दी, जहां मेरी पत्नी और मेरे दो छोटे बच्चे सोए हुए थे.'
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बच्चों को बचाने और हमलावरों से बचने की कोशिश करते समय, मेरी पत्नी और मेरा एक बच्चा घायल हो गए. एक रिपोर्ट के अनुसार जीनब्रून ने कहा कि उनके पास इस रात की भयावहता के प्रति अपनी भावनाओं का वर्णन करने के लिए पर्याप्त शब्द नहीं हैं. उन्होंने पुलिस और बचाव सेवाओं को उनकी मदद के लिए धन्यवाद दिया. अभियोजक स्टीफन हार्डौइन ने रविवार को संवाददाताओं से कहा, क्रेतेइल अभियोजक के कार्यालय ने इस घटना को हत्या के प्रयास के रूप में बताया. मंगलवार को विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने शनिवार को कहा कि हिरासत में लिए गए अधिकांश लोग नाबालिग हैं. मंत्री ने कहा कि 2,000 से अधिक बंदियों की औसत आयु 17 वर्ष है.
(एएनआई)