मोगादिशु: सोमालिया के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ से कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. सूचना मंत्री दाउद अवीस ने रविवार को राजधानी मोगादिशु में संवाददाताओं से कहा कि अक्टूबर के बाद से बाढ़ ने लगभग पांच लाख लोगों को विस्थापित किया है. साथ ही 12 लाख से अधिक लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है.
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय या ओसीएचए की ओर से बाढ़ के प्रभाव को कम करने में मदद के लिए 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर दिए हैं. संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की ओर से गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि सांख्यिकीय रूप से 100 वर्षों में केवल एक बार बाढ़ की ऐसी घटना होने की संभावना होती है. इसमें लोगों के लिए बड़ा खतरा रहता है.
ओसीएचए ने कहा, 'हालांकि सभी संभावित प्रारंभिक उपाय अपनाए जा रहे हैं. इस बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है लेकिन रोका नहीं जा सकता है. बड़े पैमाने पर विस्थापन, मानवीय जरूरतों में वृद्धि और संपत्ति के और अधिक विनाश के रूप में जीवन बचाने के लिए प्रारंभिक चेतावनी और शीघ्र कार्रवाई की सिफारिश की गई है.
इसमें कहा गया है कि दिसंबर तक चलने वाले बरसात के मौसम के दौरान सोमालिया में लगभग 1.6 मिलियन लोगों का जीवन बाढ़ से बाधित हो सकता है, साथ ही 1.5 मिलियन हेक्टेयर कृषि भूमि संभावित रूप से नष्ट हो सकती है. मोगादिशू में भारी बारिश हुई है. इससे कई बार बच्चों और बुजुर्गों सहित कमजोर लोग बह गए और परिवहन सेवा बाधित हुई. केन्या रेड क्रॉस के अनुसार बाढ़ का असर पड़ोसी केन्या पर भी पड़ रहा है. यहां सोमवार को मरने वालों की संख्या 15 थी. बंदरगाह शहर मोम्बासा और उत्तरपूर्वी काउंटी मंडेरा और वजीर सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं.