लंदन : लंदन स्थित वेस्टमिंस्टर एबे में महाराजा चार्ल्स-III का राज्याभिषेक हुआ. इसके साथ ही उन्हें और उनकी पत्नी कैमिला को आधिकारिक रूप से महारानी का दर्जा मिल गया है. चार्ल्स (74) को एक धार्मिक समारोह में शनिवार को ब्रिटेन के महाराजा के रूप में कैंटरबरी के आर्चबिशप जस्टिन वेल्बी द्वारा राजमुकुट पहनाया गया. यह राजमुकुट इंग्लैंड के महाराज की शक्ति का प्रतीक है. इससे पहले शाही जोड़े ने बकिंघम पैलेस से वेस्टमिंस्टर एबे तक की यात्रा की. वे बग्घी में सवार होकर राज्याभिषेक स्थल तक पहुंचे. इस मौके पर भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी डॉ सुदेश धनखड़, महाराजा चार्ल्स-III के ऐतिहासिक राज्याभिषेक समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व के लिए मौजूद रहे. राज्याभिषेक की रस्म कैंटरबरी के आर्चबिशप जस्टिन वेल्बी द्वारा हिंदू, सिख, मुस्लिम, बौद्ध और यहूदी समुदायों के धर्मगुरुओं और प्रतिनिधियों द्वारा की गई. धनखड़ और उनकी पत्नी समारोह में राष्ट्रमंडल देशों के अन्य राष्ट्राध्यक्षों के साथ नजर आए.
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#KingCharlesIII crowned at the coronation ceremony at Westminster Abbey in London, Britain.
— ANI (@ANI) May 6, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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ब्रिटेन के नए महाराजा के राज्याभिषेक समारोह के लिए विश्वभर से यहां आमंत्रित करीब 100 राष्ट्राध्यक्षों के साथ धनखड़ भी वेस्टमिंस्टर एबे में उपस्थित रहे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट किया, "उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मार्लबोरो हाउस, लंदन में महाराजा चार्ल्स तृतीय की मेजबानी में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में राष्ट्रमंडल देशों के नेताओं के साथ शामिल हुए. राष्ट्रमंडल को मजबूत तथा लक्ष्य केंद्रित बनाने के लिए राष्ट्रमंडल नेताओं के साथ बातचीत की." बता दें कि राज्याभिषेक के बाद चार्ल्स और कैमिला 'गोल्ड स्टेट कोच' में बैठकर राजमहल वापस आएंगे.
सुनक ने राज्याभिषेक समारोह में पढ़ी 'कुलस्सियों की बाइबिल'
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने महाराजा चार्ल्स-III के राज्याभिषेक समारोह के लिए एक विशेष संदेश जारी करते हुए इसे 'एक नये युग की शुरुआत' बताया. उन्होंने हजार वर्षों से अधिक पुरानी एक धार्मिक रस्म में सभी धर्मों द्वारा एक प्रमुख भूमिका निभाये जाने का भी उल्लेख किया. सुनक ने वेस्टमिंस्टर एबे में आयोजित समारोह में एक सक्रिय भूमिका निभाते हुए राजकीय रस्मों में ब्रिटेन के प्रधानमंत्रियों द्वारा निभाई जाने वाली हालिया परंपरा का पालन किया. उन्होंने 'कुलस्सियों की बाइबिल' पुस्तक से संदेश पढ़ा. ब्रिटेन के ध्वज को 'रॉयल एयर फोर्स' के एक कैडेट द्वारा एबे ले जाने के दौरान सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने भी ध्वजवाहकों के एक दल का नेतृत्व किया. अक्षता मूर्ति, इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं.
बता दें कि वेस्टमिंस्टर एबे 1066 में विलियम प्रथम के समय से प्रत्येक ब्रिटिश राज्याभिषेक का गवाह रहा है. बकिंघम पैलेस ने राज्याभिषेक समारोह की पूर्व संध्या पर किये गये एक ट्वीट में राजशाही के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पहली बार 'महारानी कैमिला' नाम का उपयोग किया. राज्याभिषेक के लिए सजा कर तैयार की गई जगह की फुटेज साझा करते हुए ट्वीट में कहा गया है, "वेस्टमिंस्टर एबे महाराजा चार्ल्स तृतीय और महारानी कैमिला के राज्याभिषेक के लिए तैयार है." चार्ल्स और कैमिला की 2005 में शादी हुई थी.
(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)