म्यूनिख: अमेरिका ने जासूसी गुब्बारा मामले में चीन को कड़ी चेतावनी दी है. अमेरिकी नेतृत्व की ओर से चीन को स्पष्ट संदेश दिया गया कि इस तरह की हरकत दोबारा नहीं होनी चाहिए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को चीन के वरिष्ठ राजनयिक वांग यी से भेंट की और अमेरिकी हवाई क्षेत्र में जासूसी गुब्बारे छोड़ने के बारे में कहा कि ऐसी गैर जिम्मेदाराना हरकत की पुनरावृत्ति ना हो.
ब्लिंकेन ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अभी वांग यी से भेंट कर गुब्बारे की घुसपैठ की निंदा की. बातचीत के दौरान ब्लिंकेन ने जोर देकर कहा कि ऐसा फिर कभी नहीं होना चाहिए. उन्होंने चीन के द्वारा रूस को दी जा रही सहायता सामग्री पर भी आपत्ति जतायी. वहीं, बातचीत का रास्ता खुले होने महत्व पर भी प्रकाश डाला.
ब्लिंकन और वांग यी की मुलाकात वार्षिक म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के मौके पर हुई. इस बैठक में इन दोनों के बीच विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. यह बैठक चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों को नए स्तर पर ला दिया. इस बैठक में दुनिया भर के नेता एकत्रित हुए. इसमें खासकर रूस के यूक्रेन पर हमला करने और पश्चिम के साथ चीन के विवादास्पद जुड़ाव सहित अन्य प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि ब्लिंकन ने इस बैठक में वांग यी के बयान को दोहराया. वांग यी ने अपने एक बयान में कहा था कि गुब्बारा पांच महाद्वीपों के 40 से अधिक देशों के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की. द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की वर्षगांठ पर 'शांति भाषण' देने की योजना बना रहे हैं.
गुब्बारा मामले में अमेरिका की कार्रवाई पर वांग यी ने प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने बाइडेन प्रशासन के इस कार्य को बेतुका करार दिया था. वांग यी की ओर से आरोप लगाया गया था कि अमेरिका चीन को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि अमेरिका खुद उन नीतियों को लागू कर रहा है जो मुक्त व्यापार जैसे उसके प्रतिमानों के विपरीत हैं.