वाशिंगटन: अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने कहा कि 2023 में अमेरिका-जापान सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक की सह-अध्यक्षता दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों द्वारा की जाएगी. इस दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों और चीनी आक्रामकता सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी. पेंटागन के प्रेस सचिव जनरल पैट राइडर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नेता एक आधुनिक गठबंधन के हमारे साझा दृष्टिकोण पर चर्चा करेंगे जो हिंद-प्रशांत और दुनिया भर में 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटेगा.
पढ़ें: नेपाल के नए प्रधानमंत्री प्रचंड ने प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल किया
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन अपने जापानी समकक्षों रक्षा मंत्री हमादा यासुकाज़ु तथा विदेश मंत्री हयाशी योशिमासा के साथ यहां 2023 यूएस-जापान सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक की सह-मेजबानी करेंगे. राइडर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि चीन निश्चित रूप से इस सप्ताह परामर्श बैठकों के दौरान हमारे जापानी सहयोगियों के साथ चर्चा का विषय होगा. चीन के व्यवहार के संदर्भ में, जैसा कि हाल ही में पीआरसी (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) की हवाई कार्रवाई द्वारा स्पष्ट दिखा, इस तरह संवेदनशील क्षेत्रों में इस प्रकार की उत्तेजक कार्रवाइयों को देखना चिंताजनक है.
उन्होंने कहा कि अमेरिका के रुख को देखते हुए हमारा ध्यान, हमारे सहयोगियों और जापान जैसे क्षेत्र में हमारे सहयोगियों के साथ काम करने पर केंद्रित है ताकि एक स्वतंत्र व मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित किया जा सके और पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व स्थिरता बनी रहे. राइडर ने कहा कि जापान इस क्षेत्र में हमारे सबसे करीबी सहयोगियों में से एक है और आपको पता है कि पिछले 70 साल में अमेरिका-जापान गठबंधन हिंद-प्रशांत सुरक्षा का आधार रहा है. अमेरिकी सरकार, जापान सरकार के साथ मिलकर 12 जनवरी को पांचवें 'इंडो-पैसिफिक बिजनेस फोरम' (आईपीबीएफ) का आयोजन भी करेगी.
पढ़ें: पाकिस्तान: विनाशकारी बाढ़ से उबरने को दुनिया भर से मिलेगी 10 अरब डॉलर की मदद