काहिरा: आतंकवादी समूह अल कायदा ने शुक्रवार को अपने मारे गए नेता अयमान अल-जवाहिरी का 35 मिनट का एक वीडियो जारी किया. इस वीडियो में तिथि नहीं है. अरब न्यूज ने रॉयटर्स का हवाले से यह खबर दी है. खुफिया समूह एसआईटीई ने शुक्रवार को कहा कि आतंकी संगठन अल कायदा ने 35 मिनट की एक रिकॉर्डिंग जारी की है और दावा किया है कि इसमें उनके नेता अयमान अल-जवाहिरी की आवाज है.
माना जाता था कि अयमान अल-जवाहिरी को अगस्त 2022 में अमेरिकी छापे में मार गिराया गया था. रिकॉर्डिंग बिना तारीख के थी और ट्रांस्क्रिप्ट साफ तौर पर उस समय सीमा की ओर इशारा नहीं करता था जब इसे बनाया जा सकता था. 9/11 के साजिशकर्ता अयमन अल-जवाहिरी को 31 जुलाई की सुबह अमेरिकी ड्रोन द्वारा अफगानिस्तान के काबुल में मार गिराया गया था.
जवाहिरी को मार गिराने में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर बड़ा विवाद उठ खड़ा हो गया है. इस मुद्दे पर अमेरिका और पाकिस्तान दोनों ने ही अब तक सार्वजनिक रूप से ऐसी किसी भूमिका को स्वीकार नहीं किया है. यूरोपियन फ़ाउंडेशन फ़ॉर साउथ एशियन स्टडीज़ (EFSAS) की रिपोर्ट के अनुसार, जवाहिरी के अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे तक पाकिस्तान में रहने की सूचना थी, संभवतः वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी, इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के संरक्षण में वहां था.
थिंक-टैंक ने न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के हवाले से कहा कि कई सालों तक यह माना जाता था कि जवाहिरी पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाके में छिपा हुआ है और यह स्पष्ट नहीं है कि वह अफगानिस्तान क्यों लौटा. अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद, यह माना जाता है कि जवाहिरी का परिवार काबुल में सुरक्षित घर लौट आया.
शीर्ष खुफिया सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि जवाहिरी को कराची में शरण दी जा रही थी और तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने के कुछ समय बाद, उसे हक्कानी नेटवर्क द्वारा चमन सीमा के माध्यम से काबुल ले जाया गया था.
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जवाहिरी की हत्या में पाकिस्तान की भूमिका पर, अमेरिकन एंटरप्राइज़ इंस्टीट्यूट (एईआई) के एक वरिष्ठ साथी, माइकल रुबिन ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि जवाहिरी की हत्या में पाकिस्तान की भूमिका थी. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था खतरे में है, और देश के पतन का खतरा है.'
(एएनआई)