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वर्ष 2020 में विश्व की करीब 10 फीसदी आबादी के कुपोषित होने का अनुमान : संरा एजेंसियां

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Published : Jul 12, 2021, 10:28 PM IST

संयुक्त राष्ट्र की पांच एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल कुपोषण की खराब स्थिति के लिए काफी हद तक कोरोना महामारी से संबंध है. रिपोर्ट में 2020 में पर्याप्त आहार नहीं मिलने से प्रभावित लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है.

10 फीसदी आबादी के कुपोषित
10 फीसदी आबादी के कुपोषित

रोम : संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को कहा कि पिछले साल कुपोषण की बदतर स्थिति का संबंध बहुत हद तक कोविड-19 महामारी से था. संयुक्त राष्ट्र की पांच एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में पर्याप्त आहार नहीं मिलने से प्रभावित लोगों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई. इस प्रकार करीब 10 प्रतिशत लोगों के कुपोषित होने का अनुमान है.

इसमें कहा गया है कि इससे सर्वाधिक अफ्रीका प्रभावित हुआ, जहां 21 प्रतिशत लोगों के कुपोषित होने का अनुमान है.बच्चों को कहीं अधिक कीमत चुकानी पड़ी, पांच साल से कम आयु के 14.9 करोड़ बच्चों की वृद्धि प्रभावित हुई और अपनी उम्र की तुलना में उनका कद काफी छोटा है. 4.5 करोड़ से अधिक बच्चे अपनी लंबाई की तुलना में काफी दुबले पतले हैं.

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संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने कहा, 'कुल तीन अरब वयस्क और बच्चे स्वास्थ्यवर्धक आहार से वंचित रह गये, बहुत हद तक उनकी अत्यधिक कीमतों को लेकर.' रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व के कई हिस्सों में महामारी ने भीषण मंदी ला दी और भोजन तक पहुंच को प्रभावित किया.

इसमें कहा गया है कि 2020 में जनसंख्या वृद्धि की दर को भूख ने पीछे छोड़ दिया. रिपोर्ट में पाया गया है कि विश्व की करीब 9.9 प्रतिशत आबादी के पिछले साल कुपोषित रहने का अनुमान है, जबकि 2019 में यह 8.4 प्रतिशत था. इस रिपोर्ट को महामारी के समय का अपनी तरह का पहला वैश्विक आकलन बताया जा रहा है.

(पीटीआई-भाषा)

रोम : संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को कहा कि पिछले साल कुपोषण की बदतर स्थिति का संबंध बहुत हद तक कोविड-19 महामारी से था. संयुक्त राष्ट्र की पांच एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में पर्याप्त आहार नहीं मिलने से प्रभावित लोगों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई. इस प्रकार करीब 10 प्रतिशत लोगों के कुपोषित होने का अनुमान है.

इसमें कहा गया है कि इससे सर्वाधिक अफ्रीका प्रभावित हुआ, जहां 21 प्रतिशत लोगों के कुपोषित होने का अनुमान है.बच्चों को कहीं अधिक कीमत चुकानी पड़ी, पांच साल से कम आयु के 14.9 करोड़ बच्चों की वृद्धि प्रभावित हुई और अपनी उम्र की तुलना में उनका कद काफी छोटा है. 4.5 करोड़ से अधिक बच्चे अपनी लंबाई की तुलना में काफी दुबले पतले हैं.

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संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने कहा, 'कुल तीन अरब वयस्क और बच्चे स्वास्थ्यवर्धक आहार से वंचित रह गये, बहुत हद तक उनकी अत्यधिक कीमतों को लेकर.' रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व के कई हिस्सों में महामारी ने भीषण मंदी ला दी और भोजन तक पहुंच को प्रभावित किया.

इसमें कहा गया है कि 2020 में जनसंख्या वृद्धि की दर को भूख ने पीछे छोड़ दिया. रिपोर्ट में पाया गया है कि विश्व की करीब 9.9 प्रतिशत आबादी के पिछले साल कुपोषित रहने का अनुमान है, जबकि 2019 में यह 8.4 प्रतिशत था. इस रिपोर्ट को महामारी के समय का अपनी तरह का पहला वैश्विक आकलन बताया जा रहा है.

(पीटीआई-भाषा)

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