लंदन : भारत में धनशोधन के आरोपों में वांछित 'भगोड़ा अपराधी' एवं आर्म्स डीलर संजय भंडारी के प्रत्यर्पण मामले को देख रही ब्रिटेन की एक अदालत ने उसकी जमानत 13 मई तक बढ़ा दी.
प्रत्यर्पण वारंट पर जुलाई 2020 में गिरफ्तार किए गए एवं भारत को अपने प्रत्यर्पण का विरोध कर रहे भंडारी से जुड़े मामले की सुनवाई शुक्रवार को होनी थी, लेकिन जिला न्यायाधीश माइकल स्नो ने इसे अगले सप्ताह तक के लिए टाल दिया जिससे कि और अधिक सूचना उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार को समय मिल सके.
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मामले में पूर्ण सुनवाई की तारीख सात जून से 11 जून के बीच रखी गई है, लेकिन अगले सप्ताह होने वाली मामला प्रबंधन सुनवाई में कुछ मुद्दों की वजह से इन तारीखों में बदलाव किए जाने की संभावना है.धनशोधन के आरोपों में भंडारी भारत में वांछित है. वह केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज किए गए मामलों में जांच का सामना कर रहा है.
भंडारी के प्रत्यर्पण के भारत सरकार के आग्रह का पिछले साल 16 जून को ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने सत्यापन कर दिया था और एक महीने बाद 15 जुलाई को उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. बाद में, उसे जमानत मिल गई थी.