ETV Bharat / international

असांजे के अमेरिका प्रत्यर्पण पर फैसला सुनाएगी ब्रिटेन की अदालत - राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप

ब्रिटेन की एक अदालत सोमवार को विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित करने पर फैसला सुनाएगी. पढ़ें पूरी खबर...

जूलियन असांज
जूलियन असांज
author img

By

Published : Jan 2, 2021, 9:54 PM IST

लंदन : विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित करने पर ब्रिटेन की एक अदालत सोमवार को फैसला सुनाएगी. असांजे पर अमेरिकी सेना के गोपनीय दस्तावेजों के प्रकाशन का आरोप है.

लंदन की ओल्ड बेली अदालत में जिला न्यायाधीश वेनेसा बैरेट्सर सोमवार सुबह साढ़े दस बजे इस मामले पर फैसला सुनाएंगी. अगर उन्होंने प्रत्यर्पण के अनुरोध को स्वीकार कर लिया, तब गृह मंत्री प्रीति पटेल उस पर अंतिम निर्णय लेंगी.

असांजे की संगिनी स्टेला मॉरिस ने ट्विटर के जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपील की है कि वह 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद से हटने से पहले असांजे को माफी दे दें.

अमेरिकी अभियोजकों ने असांज के खिलाफ जासूसी के आरोप में 17 मामले दर्ज किये हैं. इनमें से कंप्यूटर के दुरुपयोग के एक मामले में उन्हें अधिकतम 175 साल के कारावास की सजा सुनाई जा सकती है.

यह भी पढ़ें- प्रत्यर्पण के खिलाफ ब्रिटेन की कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ेंगे असांजे

असांजे ने 2012 में ब्रिटेन में इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली थी. वह सात साल तक दूतावास में रहे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वह अप्रैल 2019 से लंदन की बेलमार्श जेल में बंद हैं.

लंदन : विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित करने पर ब्रिटेन की एक अदालत सोमवार को फैसला सुनाएगी. असांजे पर अमेरिकी सेना के गोपनीय दस्तावेजों के प्रकाशन का आरोप है.

लंदन की ओल्ड बेली अदालत में जिला न्यायाधीश वेनेसा बैरेट्सर सोमवार सुबह साढ़े दस बजे इस मामले पर फैसला सुनाएंगी. अगर उन्होंने प्रत्यर्पण के अनुरोध को स्वीकार कर लिया, तब गृह मंत्री प्रीति पटेल उस पर अंतिम निर्णय लेंगी.

असांजे की संगिनी स्टेला मॉरिस ने ट्विटर के जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपील की है कि वह 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद से हटने से पहले असांजे को माफी दे दें.

अमेरिकी अभियोजकों ने असांज के खिलाफ जासूसी के आरोप में 17 मामले दर्ज किये हैं. इनमें से कंप्यूटर के दुरुपयोग के एक मामले में उन्हें अधिकतम 175 साल के कारावास की सजा सुनाई जा सकती है.

यह भी पढ़ें- प्रत्यर्पण के खिलाफ ब्रिटेन की कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ेंगे असांजे

असांजे ने 2012 में ब्रिटेन में इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली थी. वह सात साल तक दूतावास में रहे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वह अप्रैल 2019 से लंदन की बेलमार्श जेल में बंद हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.