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भगोड़े नीरव मोदी की हिरासत अवधि जारी, 30 जनवरी को अगली पेशी

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ करीब दो अरब डॉलर की ऋण धोखाधड़ी तथा मनी लॉड्रिंग के मामलों में हीरा कारोबारी नीरव मोदी भारत में वांछित है. ब्रिटेन में उसके प्रत्यर्पण को लेकर सुनवाई चल रही है. ब्रिटेन की एक अदालत ने उसकी हिरासत अवधि जारी रखते हुए उसे 30 जनवरी को पुन: पेश होने को कहा है. पढे़ं पूरा विवरण..

UK court further remands Nirav Modi
नीरव मोदी
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Published : Jan 2, 2020, 8:15 PM IST

लंदन : ब्रिटेन की एक अदालत ने भारत के भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की हिरासत अवधि जारी रखते हुए उसे 30 जनवरी को पुन: पेश होने को कहा है.

बता दें कि नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ करीब दो अरब डॉलर की ऋण धोखाधड़ी करने तथा मनी लॉड्रिंग के मामलों में भारत में वांछित है. ब्रिटेन में उसके प्रत्यर्पण को लेकर सुनवाई चल रही है.

नीरव मोदी को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में वैंड्सवर्थ कारावास से प्रत्येक 28 दिन पर होने वाली नियमित पेशी के तहत अदालत के समक्ष पेश किया गया.

उसके प्रत्यर्पण संबंधी सुनवाई 11 मई से शुरू होने वाली है और इसके करीब पांच दिन चलने का अनुमान है.

डिप्टी चीफ मजिस्ट्रेट टैन इकरम ने नीरव मोदी से पूछा कि क्या उसे किसी अन्य मुद्दे के बारे में कुछ कहना है. नीरव मोदी ने इसके उत्तर में नहीं कहा.

पढ़ें : भारत के नए सेना प्रमुख के बयान पर झल्लाया पाक, दी ऐसी प्रतिक्रिया

उल्लेखनीय है कि नीरव मोदी ने घर में नजरबंदी की गारंटी की पेशकश करते हुए नवंबर में जमानत की नए सिरे से याचिका दायर की थी.

हालांकि चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा आर्बथनॉट ने गवाहों को प्रभावित करने तथा मई, 2020 में प्रस्तावित सुनवाई में पेशी से भागने की आशंका के मद्देनजर उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी.

नीरव मोदी को पिछले वर्ष 19 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और वह तब से वैंड्सवर्थ कारावास में है.

लंदन : ब्रिटेन की एक अदालत ने भारत के भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की हिरासत अवधि जारी रखते हुए उसे 30 जनवरी को पुन: पेश होने को कहा है.

बता दें कि नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ करीब दो अरब डॉलर की ऋण धोखाधड़ी करने तथा मनी लॉड्रिंग के मामलों में भारत में वांछित है. ब्रिटेन में उसके प्रत्यर्पण को लेकर सुनवाई चल रही है.

नीरव मोदी को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में वैंड्सवर्थ कारावास से प्रत्येक 28 दिन पर होने वाली नियमित पेशी के तहत अदालत के समक्ष पेश किया गया.

उसके प्रत्यर्पण संबंधी सुनवाई 11 मई से शुरू होने वाली है और इसके करीब पांच दिन चलने का अनुमान है.

डिप्टी चीफ मजिस्ट्रेट टैन इकरम ने नीरव मोदी से पूछा कि क्या उसे किसी अन्य मुद्दे के बारे में कुछ कहना है. नीरव मोदी ने इसके उत्तर में नहीं कहा.

पढ़ें : भारत के नए सेना प्रमुख के बयान पर झल्लाया पाक, दी ऐसी प्रतिक्रिया

उल्लेखनीय है कि नीरव मोदी ने घर में नजरबंदी की गारंटी की पेशकश करते हुए नवंबर में जमानत की नए सिरे से याचिका दायर की थी.

हालांकि चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा आर्बथनॉट ने गवाहों को प्रभावित करने तथा मई, 2020 में प्रस्तावित सुनवाई में पेशी से भागने की आशंका के मद्देनजर उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी.

नीरव मोदी को पिछले वर्ष 19 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और वह तब से वैंड्सवर्थ कारावास में है.

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UK-NIRAV MODI
UK court further remands Nirav Modi to appear on January 30
By H S Rao
         London, Jan 2 (PTI) Fugitive diamond merchant Nirav Modi, fighting extradition to India on charges over the nearly USD 2 billion Punjab National Bank (PNB) fraud and money laundering case, was further remanded in custody at a hearing on Thursday and asked to appear on January 30.
         Modi appeared for his regular 28-day "call-over" appearance from London's Wandsworth prison at Westminster Magistrates' Court. His extradition trial is scheduled for May 11 and is expected to last over five days.
         Deputy Chief Magistrate Tan Ikram who was the judge on Thursday, asked if there are any other issues to be discussed now. Modi, wearing black, light grey and white sweat shirt and grey bottom, said no.
         The 48-year-old had moved yet another bail application last November with an "unprecedented" house arrest guarantee, akin to those imposed on terrorist suspects, as well as citing mental health issues from being behind bars at Wandsworth Prison in south-west London since his arrest in March.
         But the bail plea was turned down by Chief Magistrate Emma Arbuthnot over continued fears of witness intimidation and failure to surrender before the court for his extradition trial in May 2020.
         "The past is a prediction of what might happen in the future," Judge Arbuthnot had said at the time.
         The UK's Crown Prosecution Service (CPS), which represents the Indian government in the extradition proceedings, said there is no further prospect of an appeal for bail in a higher court as the UK High Court has already turned down Modi's plea earlier this year.
         You only get to go once and can't keep appealing over and over, a CPS spokesperson had said.
         Meanwhile, Modi must appear for "call-over" hearings at Westminster Magistrates' Court until the case management hearings for his extradition trial kick in over the coming weeks.
         The diamond merchant denies the charges of fraud and money laundering and his defence team, led by barrister Hugo Keith, has claimed that the Indian government has wrongly "blackened" Modi's name as a "world-class schemer".
         Modi has been behind bars at Wandsworth, one of England's most overcrowded prisons, since his arrest on March 19 on an extradition warrant executed by the Scotland Yard on charges brought by the Indian government.
         During subsequent hearings, the UK court has been told that Modi was the "principal beneficiary" of the fraudulent issuance of letters of undertaking (LoUs) as part of a conspiracy to defraud PNB and then laundering the proceeds of crime. PTI HSR AMS AKJ
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