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कोविड-19 का संदिग्ध वायरस पिछले वर्ष के अंत में उत्तरी इटली में था मौजूद - undefined

कोविड-19 का संदिग्ध वायरस पिछले वर्ष के नवंबर व दिसंबर में इटली में मौजूद था. यह इटली के प्रसिद्ध चिकित्सा विशेषज्ञ गियूसेप्पे रेमुज्जी का कहना है. पढ़ें पूरी खबर...

covid 19 in italy
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Published : Mar 23, 2020, 7:57 AM IST

बीजिंग : हाल ही में इटली के प्रसिद्ध चिकित्सा विशेषज्ञ गियूसेप्पे रेमुज्जी ने अमेरिकी मीडिया को इंटरव्यू देते समय कहा कि कोविड-19 का संदिग्ध वायरस शायद पिछले वर्ष के नवंबर व दिसंबर में इटली में मौजूद था.

गौरतलब है कि गियूसेप्पे इटली यहां तक कि पूरे यूरोप में प्रसिद्ध मारियो नेगरी फार्माकोलॉजी अनुसंधान प्रतिष्ठान के अध्यक्ष हैं. अमेरिकी राष्ट्रीय सार्वजनिक रेडियो ने 19 मार्च को अपनी वेबसाइट पर उनका इंटरव्यू जारी किया.

कार्यक्रम में जब होस्ट ने गियूसेप्पे से पूछा कि क्यों 21 फरवरी को महामारी के प्रकोप में इटली ने कुछ भी तैयारी नहीं की? तो गियूसेप्पे ने जवाब दिया कि उन्हें अभी सामान्य चिकित्सकों से यह ताजा खबर मिली कि उन चिकित्सकों की याद में पिछले साल के नवंबर व दिसंबर में उन्हें बुजुर्गो में अजीब निमोनिया के लक्षण दिखे.

ये भी पढ़ें : कोरोना वायरस से इटली में मचा कोहराम, अब तक ले चुका है हजारों लोगों की जान

उन्होंने कहा कि यहां रोगियों की स्थिति बहुत गंभीर थी. इसे जाहिर होता है कि शायद चीन में महामारी के प्रकोप से पहले यह वायरस लोम्बार्डी क्षेत्र में फैलने लगा था.

गियूसेप्पे ने 11 मार्च को एक प्रसिद्ध चिकित्सा पत्रिका में एक लेख जारी किया. उनका अनुमान था कि 11 मार्च के बाद चार हफ्तों में इटली में संक्रामक रोगियों की संख्या शायद 40 हजार से अधिक पहुंच जाएगी. साथ ही और चार हजार आईसीयू बेड की जरूरत होगी.

बीजिंग : हाल ही में इटली के प्रसिद्ध चिकित्सा विशेषज्ञ गियूसेप्पे रेमुज्जी ने अमेरिकी मीडिया को इंटरव्यू देते समय कहा कि कोविड-19 का संदिग्ध वायरस शायद पिछले वर्ष के नवंबर व दिसंबर में इटली में मौजूद था.

गौरतलब है कि गियूसेप्पे इटली यहां तक कि पूरे यूरोप में प्रसिद्ध मारियो नेगरी फार्माकोलॉजी अनुसंधान प्रतिष्ठान के अध्यक्ष हैं. अमेरिकी राष्ट्रीय सार्वजनिक रेडियो ने 19 मार्च को अपनी वेबसाइट पर उनका इंटरव्यू जारी किया.

कार्यक्रम में जब होस्ट ने गियूसेप्पे से पूछा कि क्यों 21 फरवरी को महामारी के प्रकोप में इटली ने कुछ भी तैयारी नहीं की? तो गियूसेप्पे ने जवाब दिया कि उन्हें अभी सामान्य चिकित्सकों से यह ताजा खबर मिली कि उन चिकित्सकों की याद में पिछले साल के नवंबर व दिसंबर में उन्हें बुजुर्गो में अजीब निमोनिया के लक्षण दिखे.

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उन्होंने कहा कि यहां रोगियों की स्थिति बहुत गंभीर थी. इसे जाहिर होता है कि शायद चीन में महामारी के प्रकोप से पहले यह वायरस लोम्बार्डी क्षेत्र में फैलने लगा था.

गियूसेप्पे ने 11 मार्च को एक प्रसिद्ध चिकित्सा पत्रिका में एक लेख जारी किया. उनका अनुमान था कि 11 मार्च के बाद चार हफ्तों में इटली में संक्रामक रोगियों की संख्या शायद 40 हजार से अधिक पहुंच जाएगी. साथ ही और चार हजार आईसीयू बेड की जरूरत होगी.

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