नई दिल्ली : रूस ने उम्मीद जताई कि भारत और चीन बातचीत के जरिए सीमा विवाद सुलझा लेंगे. साथ ही उसने दोनों देशों की रजामंदी के बिना मध्यस्थता कराने की बात से भी इनकार कर दिया.
भारत में रूसी दूतावास के उप प्रमुख रोमन बबुश्किन ने कहा कि उनकी सरकार बातचीत के जरिए पूर्वी लद्दाख में तनाव कम होते देखना चाहती है.
बबुश्किन ने पत्रकारों के साथ ऑनलाइन बातचीत में कहा, 'हमें उम्मीद है कि भारत और चीन बातचीत के जरिए सीमा विवाद सुलझा लेंगे.' उन्होंने यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच ताजा झड़प के बाद बढ़े तनाव के एक दिन बाद की है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर आठ देशों के शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए मंगलवार को चार दिवसीय रूस दौरे पर गए हैं.
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इस दौरान वह गुरुवार को बैठक से इतर चीन के विदेश मंत्री वांग यी से भी मुलाकात कर सकते हैं.
बबुश्किन ने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में रूस द्वारा मध्यस्थ की भूमिका निभाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि जब तक दोनों देश नहीं चाहते तब तक ऐसा नहीं हो सकता.
उन्होंने कहा, 'हम दोनों देशों के बीच विवादों के समाधान की प्रक्रिया में शामिल नहीं है. हम इसके लिए सकारात्मक माहौल बनाने पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं.