मास्को : रूस के एक युद्धक पोत ने बुधवार को चेतावनी गोले दागे और युद्धक विमानों ने बम गिराए ताकि ब्रिटेन के एक पोत को क्रीमिया के नजदीक काला सागर से बाहर निकाला जा सके. रूस इस क्षेत्र पर दावा करता है.
शीत युद्ध के बाद यह पहला मौका है कि मॉस्को द्वारा नाटो युद्धपोत (NATO warship) को रोकने के लिए गोला बारूद का इस्तेमाल किया गया हो. यह हमला रूस-पश्चिम तनाव को दर्शाता है.
मंत्रालय ने कहा कि ब्रिटिश मिसाइल डिस्ट्रोयर डिफेंडर (British missile destroyer Defender) द्वारा रूस के क्षेत्रीय जल (Russia's territorial waters) में घुसपैठ को नजरअंदाज करने के बाद रूसी युद्धपोत ने चेतावनी शॉट दागे. मंत्रालय ने कहा कि एक रूसी एसयू-24 बमवर्षक (Su-24 bomber) ने भी ब्रिटिश जहाज के आगे बम गिराए ताकि उसे कोर्स बदलने के लिए मजबूर कर सके.
वहीं दूसरी तरफ यूके के रक्षा मंत्रालय ने रूस की टिप्पणी तुरंत जवाब नहीं दिया है.
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बता दें कि रूस ने 2014 में यूक्रेन के क्रीमियन प्रायद्वीप (Ukraine's Crimean Peninsula) पर कब्जा कर लिया था. रूस के इस कदम को दुनिया के अधिकांश देशों ने मान्यता नहीं दी.
नाटो के सदस्य तुर्की, ग्रीस, रोमानिया और बुल्गारिया सभी ब्लैक सागर पर हैं, लेकिन यूएस, यूके और अन्य नाटो सहयोगियों के युद्धपोतों ने भी यूक्रेन के समर्थन में कई बार दौरे किए हैं.