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ब्रिटेन की संसद के निलंबन पर कोर्ट का फैसला लोकतंत्र की जीत - स्कॉटिश नेशनल पार्टी

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा संसद के निलंबन को अवैध ठहराने के बाद स्कॉटिश नेशनल पार्टी के सांसद जोआना चेरी ने कोर्ट के इस फैसले को एतिहासिक बताते हुए कहा है कि कोर्ट के इस फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि कोई भी व्यक्ति कानून से बड़ा नहीं है, चाहे वो प्रधानमंत्री ही क्यों न हो

जोआना चेरी और जूलियन मोगम
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Published : Sep 24, 2019, 8:22 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 9:11 PM IST

लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को देश के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा संसद के निलंबन को अवैध ठहराने के बाद फिर से इस्तीफा देने की मांग का सामना करना पड़ रहा है. बोरिस के निलंबन के लिए लड़ाई लड़ने वाली हुए, स्कॉटिश नेशनल पार्टी के सांसद जोआना चेरी ने कोर्ट के बाहर आकर कहा कि सत्तारूढ़ कि जॉनसन की स्थिति अब अस्थिर है.

चेरी ने अदालत के फैसले को एतिहासिक बताते हुए कहा कि यह कानून के शासन और लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ी जीत थी.

उन्होंने कहा कि कोर्ट के इस फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि कोई भी व्यक्ति कानून से बड़ा नहीं है, चाहे वो प्रधानमंत्री ही क्यों न हो.

मीडिया से बात करती जोआना चेरी

इसके अलावा ब्रिटिश बैरिस्टर जूलियन मोगम,ने इस मामले पर कहा कि यह जीत उन 8000 दान देने वालों की जीत है, जिन्होंने कानूनी मामले में फंडिंग की.

मीडिया से बात करती जूलियन मोगम

बता दें कि ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक फैसले में फैसला सुनाते हुए कहा है कि ब्रेक्सिट में संसद को निलंबित करने का प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का निर्णय गैरकानूनी था.

पढ़ें- ब्रिटेन की संसद भंग करना गैरकानूनी : सुप्रीम कोर्ट

इस फैसले से बोरिस को बड़ा झटका लगा है.दरअसल, जॉनसन ने इस महीने की शुरुआत में पांच सप्ताह के लिए संसद को निलंबित दिया था.हालांकि, विपक्षी सांसदों और उनकी खुद की कंजरवेटिव पार्टी के कई सदस्यों ने उन पर 31

अक्टूबर ब्रेक्सिट की समयसीमा से पहले मुश्किल समय के दौरान संसदीय जांच से बचने की कोशिश करने का आरोप लगाया था.

लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को देश के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा संसद के निलंबन को अवैध ठहराने के बाद फिर से इस्तीफा देने की मांग का सामना करना पड़ रहा है. बोरिस के निलंबन के लिए लड़ाई लड़ने वाली हुए, स्कॉटिश नेशनल पार्टी के सांसद जोआना चेरी ने कोर्ट के बाहर आकर कहा कि सत्तारूढ़ कि जॉनसन की स्थिति अब अस्थिर है.

चेरी ने अदालत के फैसले को एतिहासिक बताते हुए कहा कि यह कानून के शासन और लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ी जीत थी.

उन्होंने कहा कि कोर्ट के इस फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि कोई भी व्यक्ति कानून से बड़ा नहीं है, चाहे वो प्रधानमंत्री ही क्यों न हो.

मीडिया से बात करती जोआना चेरी

इसके अलावा ब्रिटिश बैरिस्टर जूलियन मोगम,ने इस मामले पर कहा कि यह जीत उन 8000 दान देने वालों की जीत है, जिन्होंने कानूनी मामले में फंडिंग की.

मीडिया से बात करती जूलियन मोगम

बता दें कि ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक फैसले में फैसला सुनाते हुए कहा है कि ब्रेक्सिट में संसद को निलंबित करने का प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का निर्णय गैरकानूनी था.

पढ़ें- ब्रिटेन की संसद भंग करना गैरकानूनी : सुप्रीम कोर्ट

इस फैसले से बोरिस को बड़ा झटका लगा है.दरअसल, जॉनसन ने इस महीने की शुरुआत में पांच सप्ताह के लिए संसद को निलंबित दिया था.हालांकि, विपक्षी सांसदों और उनकी खुद की कंजरवेटिव पार्टी के कई सदस्यों ने उन पर 31

अक्टूबर ब्रेक्सिट की समयसीमा से पहले मुश्किल समय के दौरान संसदीय जांच से बचने की कोशिश करने का आरोप लगाया था.

RESTRICTION SUMMARY: AP CLIENTS ONLY
SHOTLIST:
UK POOL - AP CLIENTS ONLY
London - 24 September 2019
1. British barrister Jolyon Maugham and Scottish National Party member of parliament Joanna Cherry arriving
2. SOUNDBITE (English) Jolyon Maugham, barrister:
"The last few weeks have seen an extraordinary series of attacks on our democracy. A parliament elected from 46 million of us was unlawfully suspended by a Prime Minister elected by 160,000. Judges have been threatened by a number 10 (Downing Street) source and those of us who sought to protect the only institution in our constitution, with a UK wide democratic mandate, have been subject to death threats and some of us have had our home addresses published. I am delighted today, that the Supreme Court has protected the foundational principle of any democracy, which is the right of Members of Parliament to do their jobs, for which they were elected. There is much yet to be done to protect our democracy. For myself, I am very grateful to the exceptional legal team and to the almost 8000 small donors who enabled this case to go ahead. The victory is theirs."
++BLACK FRAMES++
3. SOUNDBITE (English) Joanna Cherry, Scottish National Party MP:
"This is an absolutely momentus decision. The Supreme Court has unanimously ruled that Parliament has not been prorogued. So there is nothing to stop us, Members of Parliament such as myself and my colleagues, from resuming immediately the important job of scrutinising this minority Tory (Conservative Party) government as we hurtle towards Brexit. As a Scot and a Scot's lawyer, I am absolutely delighted that the United Kingdom's Supreme Court has agreed with Scotland's Supreme Court that the prorogation was unlawful and therefore it is nil and void. This is a huge victory for the rule of law and for democracy. And it's very much in keeping with the Scottish constitutional tradition that neither the government nor indeed the monarch are above the law. As regards Mr Boris Johnson, the highest court in the United Kingdom has unanimously found that his advice to prorogue this Parliament, his advice given to Her Majesty the Queen, was unlawful. His position is untenable and he should have the guts for once to do the decent thing and resign."
++ENDS ON SOUNDBITE++
STORYLINE:
British Prime Minister Boris Johnson faced new calls to resign after the country's Supreme Court ruled his suspension of Parliament was illegal.
Speaking outside the court, Scottish National Party MP Joanna Cherry, a leading figure who fought the suspension, said Johnson's position is now "untenable," as a result of the ruling.
Cherry also described the court's decision as "momentus" and said it was a "huge victory for the rule of law and for democracy."
British barrister Jolyon Maugham, who spoke with Cherry following the ruling, said the court victory belonged to the 8000 donors who funded the legal case.
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Last Updated : Oct 1, 2019, 9:11 PM IST
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