रोम : पोप फ्रांसिस (Pope Francis) ने कोविड-19 के मामले फिर से बढ़ने के बावजूद सेंट पीटर्स बासिलिका (St Peters Basilica) में अनुमानित रूप से 2,000 लोगों के सामने क्रिसमस (Christmas Eve Mass) मनाया. ईसाइयों के धार्मिक गीत 'नोएल' के गान के बीच फ्रांसिस बिना मास्क लगाए मध्य गलियारे में आए और इसी के साथ ईसा मसीह के जन्म का जश्न शुरू हो गया. क्रिसमस की पूर्व संध्या पर प्रार्थना के दौरान वह बिना मास्क के ही रहे.
ऐसा बताया जाता है कि पोप ने तीसरी बूस्टर खुराक ले ली है. फ्रांसिस ने अमीर देशों से विकासशील देशों को टीके की खुराक मुहैया कराने का आह्वान किया.
इस मौके पर पोप ने श्रद्धालुओं से ईसा मसीह की 'अल्पता' पर ध्यान केंद्रित करने और यह याद रखने का अनुरोध किया कि विपरीत परिस्थितियों में उनका जन्म हुआ था. उन्होंने कहा, 'ईश्वर अल्पता में हैं. यह संदेश है: भगवान भव्यता में बड़े नहीं होते बल्कि खुद को अल्पता में रखते हैं. उन्होंने हमारे पास रहने, हमारे दिलों को छूने, हमें बचाने तथा हमारे लिए क्या मायने रखता है, उसे वापस लाने के लिए अल्पता का मार्ग चुना.'
शुक्रवार की प्रार्थना सभा में करीब 2,000 लोग उपस्थित रहे, जबकि 2020 में 200 लोगों को प्रवेश की अनुमति दी गई थी और उस समय इटली में क्रिसमस के मौके पर पूरी तरह से लॉकडाउन लगा हुआ था. हालांकि, सेंट पीटर्स की क्षमता के मुकाबले यह संख्या बहुत कम है. सेंट पीटर्स में 20,000 लोगों के बैठने की क्षमता है.
'मिडनाइट मास' यानी आधी रात को होने वाली प्रार्थना सभा रात साढ़े सात बजे शुरू हुई. इस साल कोई कर्फ्यू नहीं लगा है लेकिन संक्रमण के मामले 2020 के मुकाबले अधिक हैं. लगातार दूसरे दिन इटली में शुक्रवार को 50,599 नए मामले सामने आए तथा 141 मरीजों की मौत होने से मृतकों की कुल संख्या 1,36,386 हो गई है.
इटली में ओमीक्रोन स्वरूप के मामले सामने आने के बाद वेटिकन में सभी कर्मचारियों के लिए टीकाकरण का एक नया आदेश जारी किया गया है जिसके तहत सभी कर्मचारियों को टीके की खुराक लेना अनिवार्य है तथा केवल उन्हीं कर्मचारियों को छूट दी गई है जो कोरोना वायरस संक्रमण से उबरे हैं.
(पीटीआई-भाषा)