रोम : इटली में कोरोना वायरस के कारण लोगों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है, जबकि सरकार द्वारा लागू लॉकडाउन की अवधि खत्म होने के करीब आ रही है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि प्रतिबंध हटाना जल्दबाजी होगी.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इस महीने की शुरुआत में, प्रधानमंत्री ज्यूसेपे कोंटे ने घोषणा की थी कि करीब 6 करोड़ की आबादी वाले देश में कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए 3 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा रहेगा.
नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, शनिवार तक संक्रमण, मृत्यु और ठीक होने की कुल संख्या बढ़कर 92,472 हो गई.
शनिवार को 889 लोगों की मौत हुई. उत्तरी इटली में 21 फरवरी को पहली बार महामारी फैलने के बाद से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10,023 हो गई.
एक रात्रिकालीन टेलीवाइज्ड प्रेस कॉन्फ्रेंस में नागरिक सुरक्षा विभाग के प्रमुख एंजेलो बोरेली ने इस बात की भी पुष्टि की कि शुक्रवार के मुकाबले कोरोना के 3,651 नए मामले सामने आए हैं, जिससे देशभर में कुल 70,065 मामले हो गए हैं.
संक्रमित लोगों में 26,676 अस्पताल में भर्ती हैं और 3,856 इन्टेन्सिव केयर में हैं.
उन्होंने कहा कि 1,434 ठीक हुए हैं, जिसके बाद कुल संख्या 12,384 हो गई है.
इटली के जाने-माने वायरोलॉजिस्ट रॉबटरे बरियोनी ने शनिवार को फेसबुक पर लिखा, 'इस समय स्थिति इतनी गंभीर है कि हालिया समय में प्रतिबंधों में ढील देने का कोई भी विचार अव्यावहारिक है, हमें घर पर जरूर रहना चाहिए, अन्यथा अब तक हमने जो कुर्बानी दी है, वे सब व्यर्थ हो जाएंगे.'
वहीं, आंतरिक मामलों की मंत्री लुसियाना लामोर्जीस ने एक साक्षात्कार में स्काई टीजी24 को बताया, 'अगर हम कल के आंकड़ों को देखें, तो मुझे लगता है कि 3 अप्रैल बहुत जल्दबाजी होगी.'
इटली में मरने वालों की संख्या 10,000 के पार : प्रधानमंत्री कोंटे
आर्थिक विकास मंत्री स्टेफानो पेटुआनेली ने स्थानीय मीडिया से भी यही बात कही. उन्होंने कहा, 'कुछ ऐसी चीजें हैं जो हमें कहने के लिए मजबूर कर रहे हैं कि 3 अप्रैल तक की समय सीमा को शायद बढ़ाया जाएगा.'
उन्होंने कहा कि हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं और मृत्युदर व संक्रमण को लेकर स्थिति में सुधार आने पर ही निर्णय लेंगे.