बर्लिन : वर्ष 2015 के परमाणु समझौते को फिर से मूर्त रूप देने के लिए ईरान और विश्व शक्तियों के बीच मंगलवार से बातचीत पुन: शुरू होगी. वियना में वार्ता की अध्यक्षता कर रहे यूरोपीय संघ (European Union) ने सोमवार को यह घोषणा की. वर्ष 2018 में अमेरिका को, तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते से बाहर कर दिया और ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे. तेहरान ने इसके जवाब में यूरेनियम संवर्धन गतिविधियों को बढ़ा दिया था.
वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ( U.S. President Joe Biden) ने संकेत दिया है कि वह समझौते में फिर से शामिल होना चाहते हैं. ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, रूस और चीन अभी भी ईरान के साथ समझौते के पक्षकार हैं तथा इसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (U.S. Secretary of State Antony Blinken) ने शुक्रवार को ईरान की असैन्य परमाणु गतिविधियों से संबंधित कई प्रतिबंधों में छूट पर हस्ताक्षर किए थे और ट्रंप प्रशासन के फैसले को उलट दिया था.
ईरान के विदेश मंत्री ने शनिवार को प्रतिबंधों में राहत का स्वागत किया था लेकिन कहा था कि ये पर्याप्त नहीं हैं.
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(पीटीआई-भाषा)