लंदन: उत्तर-पूर्वी इंग्लैंड के भारतीय मूल के 87 वर्षीय हरि शुक्ला दुनिया के उन कुछ पहले लोगों में शामिल होंगे, जिन्हें कोविड-19 का टीका लगेगा. शुक्ला को न्यूकैसल में एक अस्पताल में 'फाइजर/बायोनटेक' द्वारा विकसित टीका लगाया जाएगा.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस पल को 'एक बड़ी प्रगति' बताया और ब्रिटेन में मंगलवार को 'वी-डे' या 'वैक्सीन डे' होने की बात कही.
टाइन एंड वेयर के निवासी शुक्ला ने कहा कि उन्हें लगता है कि अपने टीके की पहली दो खुराक लगवाना उनका कर्तव्य है. शुक्ला ने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि अंतत: हम इस वैश्विक महामारी के अंत की ओर बढ़ रहे हैं और मैं खुश हूं कि टीका लगवा कर, मैं अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहा हूं. मुझे लगता है कि यह मेरा कर्तव्य है और मदद के लिए जो हो सकेगा वह मैं करूंगा.
'सभी ने कितनी मेहनत की, मैं आभारी हूं'
उन्होंने आगे कहा, 'राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के साथ लगातार संपर्क में रहने की वजह से मुझे पता है कि उन सभी ने कितनी मेहनत की है और उन सभी के लिए बड़ा सम्मान है. उनका दिल बहुत बड़ा है और वैश्विक महामारी के दौरान हमें सुरक्षित रखने के लिए उन्होंने जो कुछ भी किया, उसके लिए मैं आभारी हूं.'
80 या उससे अधिक वर्ष के लोगों को पहले लगेगा टीका
शुक्ला को एनएचएस द्वारा ब्रिटेन की टीका एवं टीकाकरण संबंधी संयुक्त समिति द्वारा निर्धारित मानदंड के आधार पर चुना गया था. घातक वायरस से मौत का सबसे अधिक खतरा जिन लोगों को है, उसके आधार पर ही टीकाकरण किया जाएगा. सबसे पहले यह टीका 80 या उससे अधिक वर्ष के लोगों, स्वास्थ्य कर्मी सहित एनएचएस के कर्मियों को सबसे पहले लगेगा.
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'महामारी की लड़ाई में बड़ा कदम'
प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा, 'आज ब्रिटेन ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा कदम उठाया है, क्योंकि हम देशभर में टीका भेजने वाले हैं. मुझे टीका विकसित करने वाले वैज्ञानिकों, 'ट्रायल' में हिस्सा लेने वाले लोगों और इसको लाने के लिए दिन-रात मेहनत करने वाले एनएचएस पर बहुत गर्व है.'
'लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की अपील'
प्रधानमंत्री ने साथ ही इस बात के प्रति आगाह किया कि व्यापक स्तर टीकाकरण में अभी समय लगेगा और लोगों से तब तक सर्तक रहने और आने वाले ठंड के महीनों में भी लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की अपील की.