पेरिस : पेरिस में 2015 में हुए आतंकवादी हमलों के एक प्रमुख संदिग्ध ने बुधवार को अदालत में सुनवाई के दौरान कहा कि इस्लामिक स्टेट नेटवर्क ने फ्रांस पर हमला किया था. इसमें 130 लोगों की मौत में कुछ भी व्यक्तिगत नहीं था. काले कपड़े पहने हुए सालाह अब्देसलाम ने अपना काला नकाब हटाने से इनकार कर दिया. अब्देसलाम अदालत में अपना पक्ष रखने वाले 14 मौजूद प्रतिवादियों में से अंतिम था.
इस्लामिक स्टेट समूह के नौ बंदूकधारियों और आत्मघाती हमलावरों ने 13 नवंबर, 2015 को पेरिस के आसपास कई स्थानों पर कुछ मिनटों के भीतर हमला किया था. यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से फ्रांस मे हुई सबसे भीषण हिंसा थी.
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अब्देसलाम एकमात्र हमलावर है जो उस आतंकवादी हमले में जीवित बचा था. अधिकतर हमलावर फ्रांस या बेल्जियम के थे. अब्देसलाम ने कहा कि सीरिया और इराक में फ्रांसीसी हवाई हमले का बदला लेने के लिए पेरिस में हमला किया गया था. उसने कहा, 'हमने फ्रांस से लड़ाई लड़ी, हमने फ्रांस पर हमला किया, हमने नागरिकों को निशाना बनाया. यह उनके खिलाफ कुछ भी व्यक्तिगत नहीं था.
अब्देसलाम ने कहा कि मुझे पता है कि मेरा बयान चौंकाने वाला हो सकता है, लेकिन यह घाव को गहरा बनाने के लिए नहीं है, बल्कि उन लोगों के प्रति ईमानदार होना है जो काफी पीड़ा झेल रहे हैं.
(पीटीआई-भाषा)