लंदन : ब्रिटेन कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग के लिए बनाए गए अपने कानूनो में संशोधन करने की तैयारी कर रहा है, लेकिन यह संशोधन तभी किया जाएगा जब कोरोना के शॉट्स पूरी तरह से सुरक्षा मानकों और गुणवत्ता पर खरे उतरते हों. बता दें ब्रिटेन यह संशोधन कोरोना वायरस की वैक्सीन के पूरी तरह से प्रभावी होने से पहले करने की सोच रहा है.
शुक्रवार को एक बयान में, प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कंजर्वेटिव सरकार ने कहा कि यह देश की दवाओं की नियामक एजेंसी को COVID-19 वैक्सीन के अस्थायी प्रमाण की अनुमति देने के लिए प्रबलित सुरक्षा उपायों को अपना रही है, बशर्ते यह सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों को पूरा करे.
इन प्रस्तावित नियमों से कोरोनो वायरस वैक्सीन को आपातकालीन स्वीकृति प्राप्त करने की अनुमति मिल जाएगी, जिससे लोगों को टीकाकरण करने की अनुमति दी जाएगी, जबकि पूर्ण लाइसेंसिंग प्रक्रिया समाप्त हो रही है. इस वैक्सीन का उपयोग केवल लाइसेंसिंग रिव्यू पूरी होने के बाद किया जाता है, एक प्रक्रिया में कई महीने लग सकते हैं.
ब्रिटेन के उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी जोनाथन वान-टैम ने एक बयान में कहा कि यदि हम कारगर वैक्सीन बनाने में कामयाब हो जाते हैं तो हम उसे रोगियों को जल्द से जल्द उपलब्ध कराएंगे. बस यह एक बार सख्त सुरक्षा मानकों को पूरा कर ले.
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ब्रिटेन ने कहा कि यह कदम एक एहतियाती उपाय था और इसे केवल एक अंतिम उपाय के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा.
ब्रिटने में अब तक इस महामारी से 41,500 लोगों की मौतें हो चुकी है. इस देश में कोरोना वायरस लगातार बढ़ता जो रहा है. यहां एक दिन में लगभग 5,000 मामले सामने आ रहे हैं. वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि अपर्याप्त परीक्षण के कारण यह बहुत अधिक हो सकता है.